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सीएम नीतीश कुमार ने अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत सतर्कता मीटिंग में बड़ा आदेश दिया है. सीएम ने कहा कि अगर एससी-एसटी परिवार के किसी सदस्य की हत्या होती है तो वैसी स्थिति में पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का प्रावधान बनाया जाए.
शुक्रवार को हुई मीटिंग में ये फैसला लिया गया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई इस मीटिंग में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी भी मौजूद थे. माना जा रहा है कि विधानसभा चुनावों की घोषणा होने से ठीक पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ये फैसला - ‘दलित कार्ड’ है जो राज्य में दलित समीकरण को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. दीगर बात है कि ये चुनाव के पहले लागू हो पाना मुमकिन नहीं दिख रहा है.
जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने राज्य के 243 सीटें में 94 सीटों के लिए पहली लिस्ट जारी कर दी है. पटना में लिस्ट जारी करते हुए उन्होंने कहा है कि वो जाति आधारित उम्मीदवार खड़े करेंगे.
एक स्थानीय अखबार के मुताबिक 94 सीटों में से 20 सीटें यादव जाति को, भूमिहार ब्राह्मण को 16, मुस्लिम को 13, दलित 9, अतिपिछड़ा 9, राजपूत 7, कुशवाहा 5 और अन्य उम्मीदवारों को 5 सीटें मिलेंगी.
इससे पहले वो बयान दे चुके हैं कि कांग्रेस बड़ी पार्टी है और महागठबंधन में अगर वो लीड करे तो बिना शर्त समर्थन देने के लिए तैयार हैं, लेकिन कांग्रेस को दलित नेतृत्व देना होगा.
महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLSP(रालोसपा) ने 49 सीटों पर दावेदारी पेश कर दी है. इनमें 23 सीटें शामिल है जिनपर पार्टी ने पिछले विधानसभा में चुनाव लड़ा था. शुक्रवार को 2 सदस्यों वाले प्रतिनिधिमंडल ने आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से पटना में मुलाकात कर सीटों की लिस्ट सौंपी है.
बता दें, 3 बार RLSP(रालोसपा) प्रतिनिधिमंडल आरजेडी से मिल चुका है लेकिन सीटों को लेकर स्पष्टता नहीं है. वहीं, दूसरी ओर मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी भी महागठबंधन में 2 दर्जन सीटों की मांग कर रही है. चर्चा है कि कुशवाहा की दावेदारी में सहनी रोड़ा बन रहे हैं.
बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए में वापसी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी और एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा है कि “हमने नहीं सुना लेकिन अगर एलजेपी कह रही है कि जहां से जेडीयू चुनाव लड़ेगा वहां से वो भी लड़ेगी तो ये उचित बात नहीं है. एलजेपी के क्षेत्र में भी जेडीयू के लोग चुनाव लड़ सकते हैं.”
उन्होंने कहा कि हमें एनडीए को एकसाथ रखने की बात करनी है.
मांझी का ये बयान तब आया है जब एक दिन पहले एलजेपी ने अखबारों में एक पेज का विज्ञापन प्रकाशित किया. विज्ञापन में “आओ बनाएं नया बिहार, युवा बिहार, चलो चलें युवा बिहारी के साथ” और “बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट” का नारा लिखा है.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार चुनाव में प्रभारी का कमान संभाल रहे देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही बिहार में 2500 करोड़ की रेल प्रोजेक्ट्स की शुरुआत करेंगे. साथ ही राज्य में मत्स्य पालन से जुड़ी 1600 करोड़ की योजना की भी घोषणा होगी. शुक्रवार को पार्टी के मीडिया वर्कशाप को संबोधित करते हुए उन्होंने ये जानकारी दी.
उनके मुताबिक -पीएम नरेंद्र मोदी 11 से 18 सितंबर के बीच बिहार में सड़क और पुल सेक्टर के आठ मेगा प्रोजेक्ट का कार्यारंभ और शिलान्यास भी करेंगे. प्रोजेक्ट्स की लागत करीब 15 से 18 हजार करोड़ रुपये है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से समारोह का आयोजन होगा.
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