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बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और सभी बड़े दल अब उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रहे हैं. इसी बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की जनता के लिए एक चिट्ठी लिखी है. जिसमें उन्होंने अपना पूरा रिपोर्ट कार्ड पेश किया है. उन्होंने अपनी तमाम उपलब्धियों को गिनाते हुए लिखा है कि हमने जो भी काम किए हैं वो सब आपके सामने हैं. साथ ही नीतीश ने अपनी चिट्ठी में ये भी कहा कि अब बिहारी कहलाना अपमान की बात नहीं बल्कि गर्व की बात है.
बिहार के सीएम नीतीश ने अपनी इस चिट्ठी में लोगों को बताया कि उन्होंने सरकार में रहते हुए डर के माहौल को खत्म किया. नीतीश ने लिखा,
नीतीश ने अपनी चिट्ठी में आगे महिलाओं और सड़कों के निर्माण की बात करते हुए लिखा, “हजारों सड़कों और पुलों का निर्माण किया गया जिससे 6 घंटे में राज्य के सबसे दूरस्थ इलाकों से भी पटना पहुंचना संभव हो सका. विकसित बिहार के 7 निश्चयों के तहत हर घर में बिजली पहुंचा दी. हर घर में शौचालय का काम, हर टोले तक संपर्कता का काम लगभग पूरा है. 83 प्रतिशत घरों में पीने का पानी और अधिकांश घरों तक पक्की गली-नालियां बन गई हैं. लक्ष्य लगभग पूरा हो चुका है, बचे हुए कार्य भी जल्द पूरे होंगे.”
पंचायती राज संस्थाओं तथा नगर निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण के अलावा महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया. 10 लाख से अधिक जीविका समूहों के माध्यम से 1 करोड़ 20 लाख महिलाओं को जोड़ा गया. इससे उनमें चेतना आई. काम तो हमने हर समुदाय और समाज के सभी वर्गों के लिए किया. खासकर महिला, अनुसूचित जाति-जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यकों को विकास की मुख्य धारा में लाने के लए कई कल्याणकारी कार्यक्रम चलाए गए हैं.
नीतीश ने अपनी चिट्ठी में आगे शराब बंदी का भी जिक्र किया. उन्होंने लिखा, किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चलाई गई हैं. पूर्ण शराबबंदी लागू की गई है. शराबबंदी और बाल विवाह, दहेज प्रथा के खिलाफ सामाजिक अभियान चलाया गया है.
इसके अलावा नीतीश कुमार ने बिहार की जनता से कहा कि अगर उन्हें दोबारा मौका मिला तो वो अपने 7 निश्चय के दूसरे चरण को लागू करेंगे. अंत में उन्होंने कहा कि लोगों की सेवा करना ही हमारा धर्म है. मुझे विश्वास है कि आने वाले दिनों में सक्षम और स्वावलंबी बिहार बनाएंगे.
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