Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Elections Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Bihar election  Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019साइकिल, सियासत, सत्तू-मिर्ची : तेज प्रताप के साथ तीखी बात

साइकिल, सियासत, सत्तू-मिर्ची : तेज प्रताप के साथ तीखी बात

तेज प्रताप इन दिनों अहले सुबह से ही अपने चुनाव क्षेत्र में निकल जाते हैं

शादाब मोइज़ी
बिहार चुनाव
Published:
बिहार चुनाव 2020: RJD नेता और लालू के बेटे तेज प्रताप से बातचीत
i
बिहार चुनाव 2020: RJD नेता और लालू के बेटे तेज प्रताप से बातचीत
(फोटो: क्विंट हिंदी)

advertisement

वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज

वीडियो प्रोड्यूसर: मौसमी सिंह

सत्तू, साइकिल, ट्रैक्टर, SUV...आरजेडी नेता और लालू के बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के साथ एक दिन चुनावी यात्रा में हमने सारे रंग देखे. कॉन्फिडेंस ऐसा कि कहते हैं योगी क्या मोदी भी आ जाएं तो चूर -चूर हो जाएंगे. इस कॉन्फिडेंस के पीछे कुछ कॉन्टेंट भी है या सब हवा हवाई, यही सब जानने समझने के लिए क्विंट ने बात की तेज प्रताप यादव से.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

तेज प्रताप इन दिनों अहले सुबह से ही अपने चुनाव क्षेत्र में निकल जाते हैं. खूब मेहनत कर रहे हैं. खाने पीने का भी सुध नहीं है. चुनाव प्रचार के दौरान ही जहां मौका लगा वहां सत्तू, चना-चबेना से काम चला रहे हैं. जब हमने पूछा कि आपको लोग क्योंकि जीताएं, तो बोले- क्योंकि पिछले बार जिस महुआ सीट से जीते, वहां जमकर काम किया.

तेज का आरोप है कि 15 साल में नीतीश सरकार ने काम नहीं किया और उसका खामियाजा इस चुनाव में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को भुगतना पड़ेगा.

हमने पूछे कि आपकी पढ़ाई पर विपक्षी सवाल उठाते हैं तो कहने लगे कि क्या हम बिना पढ़े ही अंग्रेजी बोलते हैं और लगे सत्तू खाते हुए अंग्रेजी बोलने. साथ ही ये भी बताया कि चुनाव लड़ने के लिए न आते तो पायलट होते, उसी की पढ़ाई कर रहे थे.

तेज प्रताप के मुताबिक, इस बार का सबसे बड़ा मुद्दा है रोजगार और इसी से गिरेगी नीतीश सरकार. हसनपुर के लोगों के लिए उनका सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा भी यही है कि जीते तो सड़क चमका देंगे और रोजगार देंगे.

पापा लालू यादव जेल में हैं. हमने पूछा कि पापा की कमी कितनी खलती है तो तेज बोले कि लालू हमारे गुरू हैं, पिता हैं और भगवान हैं. जब पिता पास नहीं होते है तो हर बेटे की कमी खलती है, वैसे उन्हें भी खल रही है लेकिन डर नहीं है क्योंकि जनता का साथ है. ऊपर वीडियो में देखिए ये पूरी बातचीत और खुद फैसला कीजिए तेज की दावों में कितना तेज है या पक्का जीतेंगे, बहुमत लायक जीतेंगे, ये चुनाव से पहले के खयाली पुलाव हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT