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बिहार में विधानसभा चुनाव होने को कुछ ही हफ्ते बचे हैं, ऐसे में हर तरफ से राजनीतिक हलचल देखी जा रही है. महागठबंधन से लेकर एनडीए दलों में अब सीटों को लेकर अंतिम चरण की बात चल रही है. लेकिन इसी बीच एलजेपी ने एनडीए का साथ छोड़ नीतीश के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. हालांकि कहा कि बीजेपी को समर्थन जारी रखेंगे. अब एलेजेपी चीफ चिराग पासवान ने बताया है कि आखिर क्यों उन्होंने नीतीश के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया और वो महागठबंधन में क्यों शामिल नहीं हुए. लेकिन सबसे दिलचस्प बात चिराग ने कही कि तेजस्वी यादव उनके छोटे भाई की तरह हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में चिराग पासवान ने कई सवालों के जवाब दिए. इस दौरान जब एक सवाल तेजस्वी यादव के बतौर सीएम चेहरे को लेकर पूछा गया तो चिराग पासवान ने उन पर हमला बोलने की बजाय तेजस्वी को अपना भाई बता दिया. उन्होंने कहा,
इसके अलावा हाल ही में नीतीश से बगावत का ऐलान करने वाले चिराग पासवान ने ये भी बताया कि उन्होंने महागठबंधन का हाथ क्यों नहीं थामा. चिराग ने कहा,
"अगर मैं अपने लिए आसान रास्ता चुनता तो मैं महागठबंधन में शामिल होता. लेकिन मैंने बिहार की जनता को उनके खोए हुए सम्मान को वापस दिलाने के लिए मुश्किल रास्ता चुना." इस दौरान चिराग से जब नीतीश के खिलाफ चुनाव लड़ने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बिहार में विकास जमीनी स्तर तक नहीं पहुंच पाया है. चिराग ने आगे कहा,
चिराग पासवान ने भले ही नीतीश के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया, लेकिन पीएम मोदी को लेकर कहा कि उन्हें पीएम पर पूरा भरोसा है. चिराग ने कहा कि हमारा "बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट" विजन डॉक्युमेंट पीएम मोदी से ही प्रभावित है. बिहार के लोगों और मुझे सीएम नीतीश के "सात निश्चय" पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है. उन्होंने ये भी बताया कि बीजेपी के साथ सीट शेयरिंग को लेकर किसी भी तरह की बात नहीं हुई. साथ ही कहा कि जैसा पीएम कहते हैं कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है, लेकिन अगर इसे सही तरीके से लागू किया जाता तो जमीनी स्तर पर इसका असर देखने को मिलता.
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