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बिहार चुनाव (Bihar Election 2020) से पहले दनादन शिलान्यास और उद्घाटन हो रहा है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) बिहार में कोसी रेल महासेतु समेत 12 परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए. कोसी सेतु के शुरू होने से बिहार के लोगों का 86 साल का इंतजार खत्म हुआ. इससे अब कोसी क्षेत्र से मिथिलांचल की दूरी भी कम हो गई है.
पीएम मोदी ने कहा,
पीएम मोदी ने इशारे-इशारे में पूर्व रेल मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा, “अटल जी की सरकार जाने के बाद इस प्रोजेक्ट की रफ्तार कम हो गई. अगर दूसरी सरकार को बिहार के लोगों की फिक्र होती और जो लोग तब रेल मंत्री थे उन्हें अगर चिंता होती तो काम पहले ही हो जाता. लेकिन वो ऐसा करना नहीं चाहते थे.”
दरअसल, 1934 में बिहार में जबरदस्त भूकंप आया था, जिसमें कोसी नदी पर बना रेल पुल क्षतिग्रस्त हो गया था. जिसके बाद उत्तर और पूर्व बिहार के बीच का रेल संपर्क टूट गया था. अब 86 साल बाद कोसी नदी पर रेलवे का पुल तैयार हो गया है.
516 करोड़ रुपये की लागत से बनी कोसी रेल महासेतु (Kosi Rail Mahasetu) की लंबाई 1.9 किलोमीटर है. कोसी नदी पर बने इस रेल पुल से सबसे ज्यादा फायदा दरभंगा, मधुबनी, सुपौल और सहरसा जिले के लोगों को होगा.
कोसी रेल महासेतु के अलावा पीएम मोदी ने 12 रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया है. इनमें कि उल नदी पर एक रेल सेतु, दो नई रेल लाइनें, एक इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव शेड, पांच विद्युतीकरण से संबंधित और बाढ़ और बख्तियारपुर में तीसरी लाइन परियोजना भी शामिल है.
प्रधानमंत्री मोदी ने नई रेलवे लाइनों का भी उद्घाटन किया है, जैसे हाजीपु -घोसवार-वैशाली लाइन जो ₹450 करोड़ की लागत से बना है. जो इस्लामपुर-नेटसर लाइन जो पटना और गया के बीच एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा.
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