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आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह का निधन हो गया है. रघुवंश दिल्ली के एम्स में भर्ती थे. अभी कुछ दिन पहले ही उन्हें कोरोना का संक्रमण हुआ था.
उनके निधन पर उनके पारिवारिक और राजनीतिक मित्र लालू प्रसाद ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है - प्रिय रघुवंश बाबू! ये आपने क्या किया? मैंने परसों ही आपसे कहा था कि आप कहीं नहीं जा रहे, लेकिन आप इतनी दूर चले गए.
बता दें कि अभी चंद रोज पहले ही रघुवंश ने लालू एक चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि 32 साल आपकी पीठ के पीछे खड़ा रहा लेकिन अब नहीं. तब लालू ने जवाब में लिखा था- “आप जल्द स्वस्थ हों, फिर बैठकर बात करेंगे, आप कहीं नहीं जा रहे हैं.” लालू आज उन्हें याद कर रहे हैं तो अपनी उसी बात का हवाला दे रहे हैं.
जब रघुवंश ने ये लिखा था कि ''अब और नहीं'' तो कयास लगाए गए थे, शायद वो लालू से खफा हैं लेकिन अब शायद रघुवंश कुछ और ही कहना चाह रहे थे.
रघुवंश आरजेडी के दिग्गज नेता होने के साथ ही देश के पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री रहे. रघुवंश केंद्र में पशुपालन राज्य मंत्री, खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री भी रहे. वो पांच सांसद रहे. और बिहार की कई सरकारों में मंत्री रहे. रघवंश के दो बेटे हैं, जो इंजीनियर हैं. एक दिल्ली में रहते हैं और दूसरे हॉन्गकॉन्ग में. एक बेटी हैं जो पत्रकार हैं.
जेपी आंदोलन के दौरान उनकी मुलाकात लालू से एक जेल में हुई और वहीं से दोनों की दोस्ती शुरू हुई जो चार दशकों तक चली. रघुवंश का जाना न सिर्फ आरजेडी के लिए बल्कि लालू के लिए पर्सनल नुकसान है.
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