advertisement
शिलॉन्ग लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार सांबोर शूलाई ने कहा है कि वह पीएम नरेंद्र मोदी के सामने अपनी जान दे देंगे लेकिन नागरिकता संशोधन बिल को लागू नहीं होने देंगे. शूलाई ने कहा, ''जब तक मैं जिंदा हूं, नागरिकता संशोधन बिल लागू नहीं होगा. मैं नरेंद्र मोदी के सामने अपनी जान दे दूंगा लेकिन नागरिकता संशोधन बिल को लागू नहीं होने दूंगा.''
पीएम मोदी ने कहा, ''हम नागरिकता संशोधन बिल को फिर से लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हालांकि, हम इसमें कुछ बदलाव करेंगे जिससे किसी के साथ कोई अन्याय ना हो. बदलाव से पहले सभी को विश्वास में लिया जाएगा.'' उन्होंने असम के लोगों को आश्वासन दिया कि जब इस बिल को दोबारा विचार-विमर्श के लिए लाया जाएगा तो उनकी भाषा, संस्कृति और पहचान को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की गलतियों की वजह से पाकिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक बुरी तरह धार्मिक उत्पीड़न का शिकार बने और अपनी मातृभूमि में विदेशी बन गए.
अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "देश कांग्रेस नेतृत्व के कारण 1947 में धार्मिक आधार पर विभाजित हुआ. कांग्रेस नेताओं ने तब उन भारतीयों के बारे में कुछ नहीं सोचा जो पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के तौर पर छूट गए थे. वहां मंदिरों-गुरुद्वारों में गए अधिकांश लोगों को यातनाएं दी गईं." बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा में 8 जनवरी को पास हो गया था, लेकिन इसे राज्यसभा में चर्चा के लिए नहीं लाया जा सका.
ये भी देखें- ग्राउंड रिपोर्ट: असम के 40 लाख लोगों की नागरिकता पर क्या होगा असर?
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined