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कांग्रेस ने 109 सीटों पर बीजेपी (एनडीए) के खिलाफ सीटों का बंटवारा करीब करीब पक्का कर लिया है. राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल और कर्नाटक की कांग्रेस को साफ कह दिया है कि बीजेपी के खिलाफ वोटों का बंटवारा न हो इसलिए तालमेल में लचीला रवैया रखें.
तमिलनाडु में डीएमके ने दिल खोलकर कांग्रेस को 10 लोकसभा सीटें दे दी हैं. कर्नाटक में दैवेगौड़ा की जेडीएस और पश्चिम बंगाल में लेफ्ट फ्रंट के साथ मोटा-मोटी सीट समझौता हो गया है.
इन तीन राज्यों की कुल 109 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने कुल 20 सीटों पर जीत हासिल की थी. इनमें से कर्नाटक की 17, तमिलनाडु की एक और पश्चिम बंगाल की दो सीटें शामिल हैं.
तमिलनाडु में कुल 39 लोकसभा सीटें हैं. यहां सबसे बड़ी पार्टी डीएमके ने तमिलनाडु की 39 और पुदुचेरी की एक लोकसभा सीट के लिए गठबंधन और सीटों का बंटवारा फाइनल कर दिया है.
इसके अलावा गठबंधन का हिस्सा बनाने के लिए वाइको के नेतृत्व वाली एमडीएमके के साथ भी बातचीत चल रही है.
कर्नाटक में कुल 28 लोकसभा सीटें हैं. यहां कर्नाटक की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस और जनता दल-सेक्युलर(जेडी-एस) के बीच लोकसभा चुनाव 2019 के लिए गठबंधन को लेकर चर्चा जारी है. हालांकि, सीट शेयरिंग को लेकर दोनों दलों के बीच अब तक कुछ भी फाइनल नहीं हो सका है.
अब तक जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक, जेडीएस कर्नाटक में 28 लोकसभा सीटों में से 10 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. जेडीएस चीफ एचडी देवगौड़ा ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ चर्चा के बाद कहा-
उन्होंने मीडिया से कहा, "हमारे नेता दानिश अली और कांग्रेस के के.सी.वेणुगोपाल आगे और चर्चा करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अंतिम फैसला लेंगे."
42 लोकसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में भी कांग्रेस वाम दलों के साथ गठबंधन की कोशिश में है. हालांकि, दो सीटों के लेकर पेंच फंसा हुआ है. इसी वजह से सीट शेयरिंग का फॉर्मूला अब तक फाइनल नहीं हो सका है.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस लोकसभा चुनाव 2019 और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के लिए वामदलों के साथ गठबंधन करना चाहती है. इसके लिए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के नेताओं के साथ बैठक भी कर चुके हैं. इसी बैठक में वाम मोर्चे के साथ गठबंधन के पक्ष में राय बनी.
गठबंधन के तहत फिलहाल दो सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है. ये दो सीटें- मुर्शिदाबाद और रायगंज हैं जिन्हें कांग्रेस अपने लिए मांग रही है. मुर्शिदाबाद से सीपीआईएम के बदरुद्दोजा खान और रायगंज से सीपीआईएम के वरिष्ठ नेता मोहम्मद सलीम सांसद हैं. ये दोनों सीटें कांग्रेस की परंपरागत सीटें मानी जाती हैं, इसलिए वह दोनों सीटें लेना चाहती हैं. हालांकि, वाम मोर्चे के नेता ये सीटें छोड़ने से इंकार कर रहे हैं.
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