advertisement
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सांप्रदायिक रुख अख्तियार कर लिया है. दिल्ली बीजेपी ने एक विवादित पोस्टर जारी किया. अब चुनाव में इस ट्वीट को लेकर चर्चा हो रही है. आपको बता दें कि बीजेपी ने दिल्ली में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है. ऐसे में बीजेपी पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या बीजेपी की दिल्ली चुनाव में सांप्रदायिक रणनीति पर काम कर रही है.
इसी मुद्दे पर है क्विंट की दिल्ली चाट सेंटर में चर्चा
बता दें कि बीजेपी सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा कह चुके हैं कि अगर दिल्ली में बीजेपी की सरकार आती है तो शहर की सरकारी जमीनों को धार्मिक संरचनाओं के अतिक्रमण से मुक्त कराया जाएगा. पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश ने इसी हफ्ते ये बयान दिया था कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर वहां बनी मस्जिदों को निश्चित तौर पर गिराया जाएगा.
आम आदमी पार्टी के सियासी हमले को एक तरफ रख भी दें तो ये बात चौंकाती है कि बीजेपी को दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के लिए कोई नाम नहीं मिल रहा. कांग्रेस मुक्त भारत का लक्ष्य लेकर चलने वाली पार्टी के पास देश की राजधानी में तगड़ा चेहरा नहीं है तो ये वाकई चिंता की बात है. अगर आप लिस्ट को देखें तो कम से कम आधे ऐसे नाम हैं, जिनके बारे में उनके चुनाव क्षेत्र के बाहर किसी ने सुना नहीं होगा.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)