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दिल्ली में नया ट्रेंड-कारोबारियों,जाटों ने किया केजरीवाल को सपोर्ट

क्विंट हिंदी
दिल्ली चुनाव
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आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपनी राजनीति को राष्ट्रीय स्तर तक ले जाने के संकेत दिए हैं
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आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपनी राजनीति को राष्ट्रीय स्तर तक ले जाने के संकेत दिए हैं
(फोटो: PTI)

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दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला और कई पॉलिटिकल पंडितों ने दातों तले अपनी ऊंगली दबा ली. 5 साल सत्ता में रहने के बाद भी पार्टी को करीब उतने ही वोट मिलना चौंकाता है. लेकिन लोकनीति और CSDS के सर्वे में जो वोटिंग पैटर्न सामने आया है वो और भी चौंकाने वाला है.

बीजेपी से छिटका कारोबारियों का वोट

वैश्य समुदाय जो कारोबारी वर्ग माना जाता है, उसने 2015 के मुकाबले आम आदमी पार्टी को 11% ज्यादा वोट दिए हैं. 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी को वैश्य समुदाय के 31% वोट मिले थे, जो इस बार बढ़कर करीब 42% हो गए हैं.

ये चौंकाने वाले आंकड़े इसलिए हैं क्योंकि कारोबारी वर्ग को बीजेपी का कोर वोट बैंक माना जाता रहा है, लेकिन दिल्ली चुनाव में इस वर्ग ने केजरीवाल का साथ दिया.

बीजेपी को 2015 के मुकाबले 7% कम वैश्य वोट मिले हैं. 2015 में बीजेपी को 60 परसेंट वोट मिले थे, लेकिन इस बार 53 परसेंट वोट मिले हैं.

बीजेपी को 2015 के मुकाबले 7% कम वैश्य वोट मिले हैं(ग्राफिक्स: क्विंट हिंदी)
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APP को मिलने वाले जाट और सिख वोटों में बढ़ोतरी

2020 चुनाव में आम आदमी पार्टी को मिलने वाले जाट वोटों में करीब 7 परसेंट की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 2015 में AAP को करीब 31 परसेंट वोट मिले थे, वहीं 2020 के चुनाव में AAP को 38 परसेंट जाट वोट मिले हैं. जाट समुदाय के काफी लोग फौज में सेवा देते हैं. उधर बीजेपी ने राष्ट्रवाद और राष्ट्र सुरक्षा का मुद्दा खूब उछाला, लेकिन फिर भी इस समुदाय का बीजेपी से दूर जाना नया ट्रैंड है.

लोकनीति-CSDS के सर्वे में सिख समुदाय के वोटिंग पैटर्न के नजरिए से आम आदमी पार्टी के लिए अच्छी खबर है. 2015 के मुकाबले 2020 में आम आदमी पार्टी को 10 परसेंट ज्यादा सिखों ने वोट किया है. वहीं बीजेपी को वोट करने वाले सिखों में 6 परसेंट की गिरावट देखने को मिली है.

ज्यादातर मुस्लिम और जाटव वोट AAP को

लोकनीति और CSDS के सर्वे के मुताबिक ज्यादातर मुस्लिम और जाटव वोट आम आदमी पार्टी को गए हैं. 2020 के विधानसभा चुनाव में करीब 83 परसेंट मुस्लिमों ने आम आदमी पार्टी को वोट किया, जबकि सिर्फ 3 परसेंट मुस्लिमों ने बीजेपी को वोट किया. हालांकि 13 परसेंट मुस्लिमों ने कांग्रेस को भी वोट किया है.

कुल जाटव वोट में से 72 परसेंट वोट आम आदमी पार्टी को मिले हैं, वहीं बीजेपी को सिर्फ 22 परसेंट जाटव वोट मिले हैं.

बीजेपी के OBC वोट बढ़े

लोकनीति और CSDS सर्वे के मुताबिक 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल ओबीसी वोट में से 44 परसेंट वोट बीजेपी को मिले हैं और 51 परसेंट वोट आप को मिले हैं. लेकिन दिलचस्प बात है कि 2015 के मुकाबले 2020 में बीजेपी को 15 परसेंट ज्यादा ओबीसी वोट मिले हैं. वहीं आम आदमी पार्टी को मिलने वाले ओबीसी वोट में 9 परसेंट की कमी दर्ज की गई है.

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Published: 14 Feb 2020,05:25 PM IST

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