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चुनाव नतीजों से ठीक पहले ईवीएम और वीवीपैट का मुद्दा गरम है. देश के कई राज्यों में ईवीएम स्वैपिंग की खबरें सामने आने के बाद अब वीवीपैट पर्चियों के मिलान पर विपक्ष लामबंद है. विपक्षी दलों ने मंगलवार को चुनाव आयोग जाकर सबसे पहले वीवीपैट मिलान की मांग की है. जिस पर चुनाव आयोग अपना फैसला देगा. वहीं कई नेता भी ईवीएम और वीवीपैट को लेकर बयानबाजी में लगे हैं.
पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने ईवीएम को लेकर चुनाव आयोग पर निशाना साधा है. महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि, ईवीएम में छेड़छाड़ को लेकर पुख्ता सबूत हैं. लेकिन चुनाव आयोग इस पर कोई भी चिंता जाहिर नहीं कर रहा है. एग्जिट पोल के हास्यास्पद नतीजे आ रहे हैं. ईवीएम में छेड़छाड़ से दूसरे बालाकोट की तैयारी है.
विपक्षी पार्टियों के ईवीएम को एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट करने के आरोप पर झांसी के जिला चुनाव अधिकारी ने सफाई दी है. उन्होंने कहा, आमतौर पर स्ट्रॉन्ग रूम सील होते-होते सुबह हो जाती है. एक अलग से स्ट्रॉन्ग रूम उन ईवीएम के लिए बनाया गया है जिनका इस्तेमाल चुनाव में नहीं हुआ. इसीलिए उन्हें बाकी ईवीएम से अलग रखा गया है. लोगों को इसलिए भ्रम हो गया था क्योंकि स्ट्रॉन्ग रूम सील होने में थोड़ी देर हो गई.
विपक्षी दलों के नेता वीवीपैट को लेकर आज चुनाव आयोग भी जाएंगे. इस दौरान वे आयोग से अनुरोध करेंगे कि वीवीपीएटी पर्चियों का मिलान सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक किया जाए. इसके साथ ही उनकी मांग होगी कि अगर किसी बूथ की पर्चियों का सही मिलान नहीं होता है तो पूरे संसदीय क्षेत्र की वीवीपैट पर्चियों की गिनती की जाए.
प्रशांत भूषण ने इसे ईवीएम की हैकिंग नहीं ईवीएम की स्वैपिंग का डर बताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, रिजर्व ईवीएम को एक जगह से दूसरी जगह लेकर जाने के विचित्र तरीके और चुनाव आयोग द्वारा चुनाव के एक दिन बाद बिना सुरक्षा के ईवीएम शिफ्ट करने के मामले से ईवीएम स्वैपिंग का डर है.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने ईवीएम पर उठ रहे सवालों को बोगस बताया है. उन्होंने कहा कि ईवीएम आने के बाद चुनाव पारदर्शी हो गए हैं. यह एक तकनीक है जिस पर कई बार सवाल खड़े किए गए हैं, जिसका चुनाव आयोग ने जवाब दिया है.
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने चुनाव आयोग को लेटर लिखकर काउंटिंग सेंटरों की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि हमने ईवीएम की सुरक्षा के लिए चुनाव आयोग को लेटर लिखा है, जिससे मशीन में किसी भी तरह की छेड़छाड़ न हो.
लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर विपक्षी दलों की बैठक शुरू हो चुकी है. इस बैठक में वीवीपैट मामले पर भी चर्चा होगी. बैठक के बाद विपक्षी दलों के नेता चुनाव आयोग भी जाएंगे. वो आयोग से अनुरोध करेंगे कि वीवीपैट पर्चियों का मिलान सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक किया जाए.
झारखंड के देवघर में आरजेडी और झारखंड विकास मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने एक ट्रक को ईवीएम भरकर ले जाने के शक में रोक लिया. इस ट्रक में कई बक्से भरे हुए थे. एसडीओ ने बताया कि सभी बक्से खाली पाए गए. ईवीएम पहले ही काउंटिंग के लिए भेज दी गई हैं.
ईवीएम की सुरक्षा को लेकर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बयान जारी किया है. प्रणब मुखर्जी ने ईवीएम को लेकर मिल रही शिकायतों पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने लिखा, मैं जनता के दिए फैसले के साथ छेड़छाड़ की खबरों से काफी चिंतित हूं. ईवीएम की सेफ्टी और सिक्योरिटी की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है.
चुनाव आयोग ने ईवीएम को एक जगह से दूसरी जगह ले जाए जाने की खबरों पर सफाई दी है. आयोग ने कहा है कि मीडिया एक वर्ग में ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूप से हटा कर दूसरी जगहों पर ले जाने की खबरें आ रही हैं. लेकिन हमारा स्पष्ट रूप से कहना है कि इस तरह की रिपोर्ट्स पूरी तरह झूठी हैं. जिन मशीनों की तस्वीरें मीडिया वायरल हो रही हैं, उनमें से किसी का भी इस्तेमाल इस चुनाव में नहीं हुआ है.
चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद विपक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि लोकसभा चुनाव में वोटिंग के दौरान EVM से जुड़ी धांधलियां जमकर हुई हैं. विपक्ष ने मांग रखी है कि अगर किसी पोलिंग बूथ पर VVPAT पर्ची का मिलान सही नहीं पाया जाता है तो पूरे निर्वाचन क्षेत्र की पर्चियों की गिनती की जाए.
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, हम ईवीएम से जुड़े मुद्दे पिछले 1.5 महीने में कई बार उठा चुके हैं, हमने आयोग से कहा कि आखिर क्यों वो हमारा जवाब नहीं देते. आयोग ने हमें करीब एक घंटे तक सुना और कहा कि मुद्दों पर कल दोबारा से मीटिंग होगी.
चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद विपक्ष के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ‘’हमने मांग की है कि वीवीपीएटी पर्चियों का मिलान पहले किया जाए और फिर काउंटिंग की जाए.’’
विपक्षी दलों ने ये भी कहा कि अगर किसी एक बूथ पर भी वीवीपीएटी पर्चियों का मिलान सही नहीं पाया जाता तो संबंधित विधानसभा क्षेत्र में सभी वीवीपीएटी पर्चियों की गिनती की जाए.
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ईवीएम और वीवीपीएटी के मुद्दे पर कांग्रेस, एसपी, बीएसपी, तृणमूल कांग्रेस सहित सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं ने मंगलवार को चुनाव आयोग का रुख किया और उससे यह आग्रह किया कि मतगणना से वीवीपीएटी पर्चियों का मिलान किया जाए.
चुनाव आयोग कुछ ही देर में वीवीपैट की सबसे पहले गिनती पर फैसला ले सकता है. इससे पहले विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग जाकर मांग की थी कि काउंटिंग के दौरान सबसे पहले वीवीपैट पर्चियों का मिलान किया जाए. फिलहाल इस मुद्दे पर चुनाव आयोग की बैठक जारी है.
कांग्रेस नेता उदित राज ने वीवीपैट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘सप्रीम कोर्ट क्यों नहीं चाहता की VVPAT की सारी पर्चियों को गिना जाए क्या वो भी धांधली में शामिल है. चुनावी प्रक्रिया में जब लगभग तीन महीने से सारे सरकारी काम मंद पड़ा हुआ है तो गिनती में दो- तीन दिन लग जाए तो क्या फर्क पड़ता है.’
अपने इस बयान पर उदित राज ने सफाई भी दी है. उन्होंने कहा है कि मैंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल नहीं उठाया है, मैंने सिर्फ अपनी चिंता जाहिर की है.
वीवीपैट के मिलान को लेकर विपक्ष की मांग को चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है. विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग जाकर मांग की थी कि काउंटिंग के दौरान सबसे पहले वीवीपैट पर्चियों का मिलान किया जाए.
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Published: 21 May 2019,12:34 PM IST