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झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 13 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर को होने वाले मतदान को लेकर सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. पार्टी के स्टार प्रचारकों का भी एक-दो दिन में इन क्षेत्रों में दौरा शुरू होगा. अब तक जो स्थितियां उभरी हैं, उनके मुताबिक इस चुनाव के पहले फेज की सभी सीटों पर रोचक मुकाबला होता दिख रहा है. कई सीटों पर आमने-सामने का मुकाबला है तो कई सीटों पर त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिल रहा है.
इस फेज के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सामने जहां अपनी पुरानी सीटों को बचाने की चुनौती है वहीं दूसरी ओर बीजेपी को अपने बागी नेताओं से भी खतरा है. पुराने साथी ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) ने भी एनडीए से नाता तोड़कर चुनावी समर में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
गढ़वा, डालटनगंज, विश्रामपुर, पांकी, मनिका, गुमला और बिशुनपुर में बीजेपी और गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है. वहीं भवनाथपुर, लातेहार और चतरा में बीजेपी से बगावत कर चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशी कड़ी चुनौती दे रहे हैं.
लोहरदगा, छतरपुर और हुसैनाबाद सीट पर आजसू ने सियासी समीकरण को बिगाड़कर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. छतरपुर से भी आजसू के प्रत्याशी राधाकृष्ण किशोर बीजेपी से बगावत कर ही चुनाव मैदान में उतरे हैं.
लातेहार से बीजेपी की ओर से टिकट के प्रबल दावेदार और पूर्व मंत्री बैद्यनाथ राम का टिकट काटकर हाल ही में झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) से बीजेपी में आए निवर्तमान विधायक प्रकाश राम को टिकट दिया गया है. इसके बाद दो बार के विधायक रहे बैद्यनाथ जेएमएम के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर आए और प्रकाश राम को कड़ी टक्कर दे रहे हैं.
हुसैनाबाद सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है. बीजेपी ने यह सीट गठबंधन होने की स्थिति में आजसू के लिए छोड़ी थी, परंतु जब गठबंधन नहीं हो सका तो निर्दलीय प्रत्याशी विनोद सिंह को बीजेपी ने समर्थन दिया है. बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को छोड़कर आए निवर्तमान विधायक शिवपूजन मेहता आजसू के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं जबकि बीएसपी ने शेर अली को उतार दिया है. इधर, गठबंधन की ओर से संजय सिंह यादव चुनावी रण में ताल ठोक रहे हैं.
IANS
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Published: 21 Nov 2019,11:45 AM IST