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आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अलग राजनीतिक मोर्चा बनाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा है कि वे नया राजनीतिक मोर्चा खड़ा करेंगे और इसका नाम "लालू-राबड़ी मोर्चा" होगा. तेज प्रताप ने आरजेडी के सामने कुछ शर्तें रखी हैं. उन्होंने कहा कि अगर उनकी शर्तें नहीं मानी गईं, तो उनका मोर्चा बिहार की 20 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगा.
बता दें, तेज प्रताप की अपने छोटे भाई तेजस्वी के साथ तनातनी चल रही है. लंबे समय से चली आ रही नाराजगी के बाद तेज प्रताप यादव ने बीते हफ्ते राष्ट्रीय जनता दल के छात्र संगठन के संरक्षक पद से इस्तीफा दे दिया था.
तेज प्रताप के तेवर बता रहे हैं कि उनके अपने छोटे भाई और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ तकरार बढ़ गई है. पार्टी सूत्रों की मानें, तो तेज प्रताप की नाराजगी की बड़ी वजह ये है कि उनके फैसलों को पार्टी में नजर अंदाज किया जा रहा है.
लालू की गैर मौजूदगी में तेजस्वी यादव पार्टी की कमान संभाल रहे हैं. ऐसे में लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर पार्टी से जुड़े सभी अहम फैसले तेजस्वी यादव ही ले रहे हैं और तेज प्रताप को तवज्जो नहीं दी जा रही है. इसी के चलते तेज प्रताप लंबे समय से नाराज चल रहे हैं.
तेज प्रताप की नाराजगी की दूसरी वजह ये हैं कि वह अपने दो करीबियों को लोकसभा टिकट दिए जाने की मांग कर रहे थे. लेकिन जब आरजेडी की लिस्ट आई, तो उसमें तेज प्रताप के करीबियों का नाम नहीं था.
तेज प्रताप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘तेजस्वी के आसपास के लोग डेरा बनाकर ‘भाई-भाई’ को लड़ाने और परिवार को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं. हमारे आगे जो लड़ाई है उसमें दुश्मन फायदा लेगा. तेजस्वी के इर्द-गिर्द इधर का उधर करने वाले लोग हैं.’
तेज प्रताप ने कहा, ‘अगर शर्तें नहीं मानी गईं तो मोर्चा 20 सीटों पर लड़ेगा. ऐसे लोगों को उम्मीदवार बनाएंगे जो निष्पक्ष होंगे, जिन्हें पार्टी दरकिनार कर रही है, उन्हें निर्दलीय चुनाव लड़ाएंगे. पार्टी को चाहिए कि वह अपने पुराने कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज न करे.’
उन्होंने कहा, ‘तेजस्वी मेरा अर्जुन है, उसके लिए मेहनत करना है लेकिन उसके आस-पास जो लोग हैं, उनसे हम लड़ाई जीतने वाले नहीं हैं.’
तेज प्रताप यादव ने कहा कि सारण लोकसभा सीट उनके पिता लालू प्रसाद यादव की परंपरागत सीट रही है. उन्होंने कहा कि वह अपनी मां राबड़ी देवी से निवेदन करते हैं कि वह सारण लोकसभा सीट से चुनाव लड़ें. तेज प्रताप ने कहा कि अगर उनकी मां राबड़ी देवी चुनाव नहीं लड़ती हैं, तो वह खुद सारण सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे.
तेज प्रताप ने कहा कि आरजेडी में कुछ लोगों की वजह से पुराने कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है. इसलिए उन्हें ‘लालू-राबड़ी मोर्चा’ बनाने की जरूरत पड़ी.
तेज प्रताप ने कहा, ‘महागठबंधन की जब होटल मौर्या में प्रेस कॉन्फ्रेंस थी तो उससे दो दिन पहले मेरी तेजस्वी से बात हुई थी.तो उन्होंने कहा कि वो मुझे बुलाएंगे और हम बैठ कर चर्चा करेंगे कि और सब मसलों को हल करेंगे. लेकिन अभी तक कोई रेस्पॉन्स नहीं आया. चुनाव नजदीक आ गया है. इसीलिए हमने इस मोर्चा को खड़ा किया है.’
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