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निजामाबाद: वो संसदीय सीट जहां EVM से नहीं बैलेट पेपर से होगा चुनाव

निजामाबाद लोकसभा सीट पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा,

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निजामाबाद लोकसभा सीट पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा,
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निजामाबाद लोकसभा सीट पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा,
फोटो: (फोटो: रिदम सेठ/क्विंट)

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11 अप्रैल को तेलंगाना के निजामाबाद लोकसभा सीट पर इस बार वोटर ईवीएम का बटन दबाकर नहीं, बल्कि बैलेट पेपर पर ठप्पा लगाकर अपना कैंडिडेट चुनेंगे. पहली बार इस चुनाव में यहां इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा, क्योंकि बड़ी संख्या में उम्मीदवार इस सीट के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट से मौजूदा सांसद राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव की बेटी कलवकुंतला कविता हैं. वो तेलंगाना राष्ट्र समिति की उम्मीदवार भी हैं.

185 उम्मीदवार हैं यहां से चुनावी मैदान में

तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रजत कुमार ने मीडिया को बताया कि निजामाबाद लोकसभा सीट के लिए 185 उम्मीदवार मैदान में हैं. नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख गुरुवार शाम 4 बजे तक तय थी. नामांकन भरने की अंतिम तारीख तक 200 से ज्यादा लोगों ने अपनी उम्मीदवारी का नामांकन दाखिल किया था. जांच के बाद गड़बड़ियों के चलते कुछ नामांकन खारिज कर दिए गए थे. नाम वापस लेने की अंतिम तिथी तक चार लोगों ने नाम वापस ले लिया था.अब इस सीट से कुल 185 कैंडिडेट बने हुए हैं.

बड़े उम्मीदवार जिनपर रहेगी नजर

टीआरएस की कविता के अलावा, कांग्रेस उम्मीदवार मधु याशकी गौड़ और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार धर्मपुरी अरविंद इस सीट के प्रमुख दावेदार हैं. इसके अलावा, अन्य मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के चार अन्य उम्मीदवार भी मैदान में हैं.

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178 किसानों ने निर्दलीय भरा है पर्चा

बैलेट पेपर से चुनाव करने की मुख्य वजह इस सीट से 178 किसानों का निर्दलीय चुनाव लड़ना है. अपनी समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए और फसलों का उचित दाम न मिल पाने के लिए इन किसानों ने निर्दलीय के रूप में नामांकन दाखिल किया। जानकारी के मुताबिक, शुरू में लगभग 1,000 किसान चुनाव लड़ने की योजना बना रहे थे, लेकिन कई खींचतान और दबाव के बाद, 178 किसान चुनाव मैदान में रहे.

निजामाबाद सीट के लिए चुनाव लड़ने वाले 185 उम्मीदवारों के साथ चुनाव आयोग के अधिकारियों के पास मतपत्रों के जरिए चुनाव कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. प्रत्येक ईवीएम में केवल 16 नामों की जगह होती है और इतने ही उम्मीदवार की लिस्ट स्क्रीन पर दिखा सकता है. कंट्रोल यूनिट केवल चार ऐसे ईवीएम की वोटिंग को एक साथ जोड़ सकता है. तो इस हिसाब से सभी कंट्रोल यूनिट अधिकतम 64 उम्मीदवारों को रजिस्टर्ड कर सकती है.

ये भी पढ़ें - देश में बैलेट पेपर से ही चुनाव क्यों कराना चाहिए, 10 बड़ी वजह

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Published: 28 Mar 2019,12:28 AM IST

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