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लोकसभा चुनाव 2019 का ऐलान हो चुका है. लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई तक कुल सात चरणों में पूरा होगा. वोटों की गिनती 23 मई को होगी. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार को राजधानी दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये जानकारी दी.
चुनाव का ऐलान होने के बाद सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी दलों ने इसे 'लोकतंत्र का महापर्व' बताते हुए निर्वाचन आयोग के सात चरणों में मतदान कराए जाने के फैसले का स्वागत किया है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं ने केंद्र में अपनी-अपनी सरकार बनने का दावा किया है.
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कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दावा किया है कि आगामी लोकसभा चुनावों में पार्टी को अच्छा परिणाम मिलने जा रहा है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने अपने वादे पूरे नहीं किए. इसीलिए तय है कि वह अगले प्रधानमंत्री नहीं होंगे.
रमजान के दौरान मतदान पर चुनाव आयोग ने रिएक्शन दिया है. चुनाव आयोग ने कहा कि शुक्रवार और त्योहारों के दिन मतदान नहीं है. आयोग ने कहा है कि पूरे महीने को नहीं छोड़ा जा सकता था. इससे पहले रमजान के दौरान मतदान को लेकर कई राजनीतिक रिएक्शन सामने आ रहे थे.
एनसीपी चीफ शरद पवार लोकसभा चुनाव 2019 लड़ेगें या नहीं, इस पर आज शाम तक फैसला हो जाएगा. पहले कहा जा रहा था कि शरद पवार महाराष्ट्र की माढ़ा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन सूत्रों का कहना है कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार माढा लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरने के इच्छुक नहीं हैं.
रमजान के दौरान चुनाव के सवाल पर AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'यह पूरा विवाद ही बेकार का है. जो लोग ऐसा कह रहे हैं मैं उन सभी राजनीतिक दलों से ईमानदारी से अपील करूंगा कि कृपा करके मुस्लिम समुदाय और रमजान का इस्तेमाल अपने फायदों के लिए न करें.'
ओवैसी ने कहा, 'मुसलमान निश्चित रूप से रमजान में रोजे रखेंगे, वे बाहर जाते हैं और सामान्य जीवन जीते हैं, वे दफ्तर जाते हैं, यहां तक
कि गरीब से गरीब व्यक्ति भी रोजे रखेंगे. मेरा मानना है कि रमजान के महीने में मतदान का प्रतिशत बढ़ेगा.'
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला का कहना है, "सभी पार्टियां साथ-साथ चुनाव (लोकसभा के साथ ही विधानसभा का चुनाव) करवाए जाने के पक्ष में हैं... इस माहौल में लोकसभा चुनाव हो सकते हैं, जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं...? स्थानीय निकाय चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए, पर्याप्त सुरक्षाबल मौजूद हैं, तो विधानसभा चुनाव क्यों नहीं हो सकते...?"
अब्दुल्ला ने कहा, "हम हमेशा से जानते थे कि पाकिस्तान से लड़ाई या झड़प जरूर होगी... सर्जिकल स्ट्राइक (एयर स्ट्राइक) की गई, क्योंकि चुनाव करीब आ रहे हैं... हमारा करोड़ों रुपये का एक विमान नष्ट हो गया... शुक्र है कि पायलट (IAF) बच गया, और सम्मान के साथ पाकिस्तान से लौट आया..."
कोलकाता के मेयर और टीएमसी नेता फिरहाद हाकिम ने कहा है, ‘चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और हम उसका सम्मान करते हैं. हम उनके खिलाफ कुछ नहीं कहना चाहते. लेकिन 7 चरण का चुनाव बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए मुश्किल वाला होगा. यह उन लोगों के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल होगा जो उस समय रमजान का पालन कर रहे होंगे.’
उन्होंने कहा, ‘इन 3 राज्यों में अल्पसंख्यक आबादी काफी ज्यादा है. वे 'रोजा' देखकर वोट डालेंगे. चुनाव आयोग को इसे ध्यान में रखना चाहिए था. बीजेपी चाहती है कि अल्पसंख्यक अपना वोट न डालें. लेकिन हम चिंतित नहीं हैं. लोग 'बीजेपी हटो-देश बचाओ' के लिए प्रतिबद्ध हैं.’
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, 'जम्मू-कश्मीर में 1996 विधानसभा चुनावों के बाद पहली बार चुनाव सही समय पर नहीं हो रहे हैं. अगली बार पीएम मोदी की मजबूत लीडरशिप की तारीफ करने से पहले ये जरूर याद रखें.'
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "लोकतंत्र का पहला नियम है बदलाव! जो लोग इस बात को नहीं मानते हैं, उन्हें इतिहास भी याद नहीं रखता."
ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल (बीजेडी) के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है. एक रैली के दौरान सीएम पटनायक ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 में उनकी पार्टी महिला उम्मीदवारों को टिकट आवंटन में 33% आरक्षण देगी.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि नतीजे एनडीए के पक्ष में होंगे. महाराष्ट्र में हमारे गठबंधन के बाद एनडीए मजबूत हुआ है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह अन्य राज्यों में गठबंधन कर रहे हैं और इसका स्वागत किया जाना चाहिए.’’
राउत ने कहा, ‘‘मोदी एनडीए का नेतृत्व करेंगे. हमारा यह भी मानना है कि विपक्ष मजबूत होना चाहिए और उसे इसी हिसाब से काम करना चाहिए.’’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एनडीए की हार का अनुमान जताते हुए कहा कि चुनावों की घोषणा लोगों और देश के हित में ‘‘बड़ा बदलाव’’ है.
बीजेपी के सहयोगी और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने विश्वास जताया कि एनडीए को 543 में से 350 सीटों पर जीत हासिल होगी और देश में एक बार फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि चुनावों की घोषणा से मोदी सरकार द्वारा आधिकारिक संसाधनों के अनुचित इस्तेमाल से छुटकारा मिलेगा क्योंकि चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है.
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने सरकार को ‘‘गरीब विरोधी और पूंजीवाद समर्थक’’ करार दिया, जिसने शांति को बाधित किया और लोगों के बीच अशांति और क्षुब्धता को बढ़ावा दिया.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘17वीं लोकसभा हेतु 7 चरणों में मतदान की घोषणा का स्वागत. लोकसभा चुनाव लोकतंत्र का राष्ट्रीय पर्व है. चुनाव में करोड़ों गरीब, मजदूर, किसान, महिला, युवा आदि की जबर्दस्त भागीदारी होती है. इसलिए इसका सम्मान करके मतदान को पूरी तरह से स्वतंत्र, निष्पक्ष और शान्तिपूर्ण कराना बहुत जरूरी.’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने दावा किया कि आने वाले चुनाव से नए युग की शुरुआत होगी और इससे पांच सालों की ‘‘अराजक, निरंकुश और विध्वंसकारी’’ सरकार का खात्मा होगा और देश ‘‘गंभीरता, सच्चाई और समग्रता’’ की तरफ लौटेगा.
कांग्रेस ने सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल को ऐतिहासिक जनादेश को ‘‘बर्बाद’’ करने के लिए जाना जाएगा और इसके सारे वादे ‘‘अधूरे’’ रह गए.
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल ने कहा कि लोग मोदी सरकार को बदल देंगे जो केवल बातें करती है काम नहीं करती.
उन्होंने कहा कि इसके सारे वादे अधूरे रह गए और 23 मई को मतों की गिनती होगी तो यह सरकार हार जाएगी.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने पहले कार्यकाल में लोगों के कल्याण के लिए साहसिक फैसले किए हैं और दूसरे कार्यकाल में देश को ‘‘खुशहाल और समृद्ध’’ बनाना सुनिश्चित करेंगे.
उत्तर प्रदेश बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने ट्वीट किया, "चुनाव आयोग द्वारा लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव-2019 के सात चरणों की घोषणा का स्वागत करते हैं. 23 मई, 2019 को हम एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पुन: सरकार बनाने जा रहे हैं."
Published: 11 Mar 2019,08:30 AM IST