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आष्टा (Ashta (SC)) विधानसभा सीट चुनाव रिजल्ट 2023 लाइव अपडेट: मध्य प्रदेश के सीहोर (Sehore) जिले में आष्टा (Ashta (SC)) विधानसभा सीट आती है. यहां से बीजेपी की तरफ से गोपाल सिंह इंजीनियर (Gopal Singh Engineer) और कांग्रेस से कमल सिंह चौहान (Kamal Singh Chauhan) मैदान में हैं. यहां 17 नवंबर को मतदान हुआ. 84.18% वोट पड़े, जिसमें मेल वोटर 86.51% और फीमेल वोटर 81.68% हैं. साल 2018 में आष्टा (Ashta (SC)) सीट पर 85.9% वोट पड़े थे.आष्टा (Ashta (SC)) सीट पर हम वोटों की लाइव काउंटिंग के आधार पर अपडेट दे रहे हैं. मध्य प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को 77% मतदान हुआ था.
मध्य प्रदेश के आष्टा (Ashta (SC) सीट पर बीजेपी के गोपाल सिंह इंजीनियर विजयी रहे. इन्हें कुल 118750 वोट मिले वहीं कांग्रेस के कमल सिंह चौहान को कुल 110847 वोट मिला और ये 7903 मतों से हार गये.
आष्टा (Ashta (SC)) विधानसभा सीट से साल 2018 में बीजेपी (BJP) की तरफ से रघुनाथ सिंह मालवीय (Raghunath Singh Malviya) और कांग्रेस (Congress) की तरफ से गोपाल सिंह इंजीनियर (Gopal Singh Engineer) मैदान में थे. बीजेपी (BJP) उम्मीदवार रघुनाथ सिंह मालवीय (Raghunath Singh Malviya) की 3% वोट मार्जिन से जीत हुई थी. साल 2018 में आष्टा (Ashta (SC)) विधानसभा में कुल 2,37,769 वोटर थे, लेकिन कुल 2,04,178 वोट पड़े थे. यानी कुल 85.9% वोटिंग हुई थी. अबकी बार इस सीट पर 84.18% वोट पड़े थे.
आष्टा (Ashta (SC)) सीट से साल 2013 में बीजेपी (BJP) उम्मीदवार रणजीत सिंह गुणवान (Ranjeet Singh Gunwan) की जीत हुई थी. दूसरे नंबर पर कांग्रेस (Congress) उम्मीदवार गोपाल सिंह इंजीनियर (Gopal Singh Engineer) थे.
मध्य प्रदेश की विधानसभा संख्या 157 पर आष्टा (Ashta (SC)) विधानसभा सीट आती है. ये सीट देवास (Dewas) लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है. देवास (Dewas) लोकसभा सीट से साल 2019 में बीजेपी (BJP) की जीत हुई थी.
मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं, जिसमें 148 सामान्य, 35 एससी और 47 एसटी सीटें हैं. वहीं मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं. साल 2018 में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की बात करें तो कुल 75.2% वोट पड़े थे. कांग्रेस (Congress) को 114, भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी (BJP) को 109, मायावती की पार्टी बीएसपी (BSP) को 2 और अखिलेश यादव की पार्टी एसपी (SP) को 1 और 4 निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे.
मध्य प्रदेश में 2003 से बीजेपी का शासन है जब उमा भारती के नेतृत्व में भगवा पार्टी सत्ता में आई थी और कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार के 10 साल के कार्यकाल का अंत हुआ था. 2018 के राज्य विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 114 और बीजेपी ने 109 सीटों पर कब्जा किया.
कांग्रेस छोटे दलों और निर्दलियों की मदद से 116 के बहुमत के आंकड़े को छूने और सरकार बनाने में कामयाब रही. हालांकि, 2020 में उनकी सरकार गिर गई, जब कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 20 से अधिक विधायकों को अपने साथ लेकर बीजेपी का दामन थाम लिया, जिसके बाद एमपी में बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई.
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मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी (BJP) के बड़े चेहरों की बात करें तो उसमें शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan), नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar), ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia), नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra), उमा भारती (Uma Bharti), कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya), विश्वास सारंग (Vishwas Sarang), प्रहलाद पटेल (Prahlad Patel), वीडी शर्मा (VD Sharma) और गोपाल भार्गव (Gopal Bhargav) आते हैं.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के बड़े चेहरों में कमल नाथ (Kamal Nath), दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh), सुरेश पचौरी (Suresh Pachauri), जीतू पटवारी (Jitu Patwari), डॉ गोविंद सिंह (Dr Govind Singh), विवेक तन्खा (Vivek Tankha), सज्जन सिंह वर्मा (Sajjan Singh Verma), आरिफ मसूद (Arif Masood), आरिफ अकील (Arif Aqueel), तरुण भनोट (Tarun Bhanout), कांतिलाल भूरिया (Kantilal Bhuriya), आरिफ मसूद (Arif Masood), अरुण यादव (Arun Yadav), जयवर्धन सिंह (Jaivardhan Singh) और कमलेश्वर पटेल (Kamleshwar Patel) का नाम आता है.
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