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महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने सलाह दी है कि पार्टी राफेल मुद्दे पर कम बोले. शिवसेना ने कहा है कि इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस आरोप लगा रही है, ऐसे में बीजेपी इसे लेकर ज्यादा बयानबाजी न करे. शिवसेना कई मौकों पर बीजेपी को ऐसी सलाह देती आई है. शिवसेना का कहना है कि किसी भी तरह की अनावश्यक बयानबाजी से राष्ट्रीय पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
शिवसेना ने इसे बीजेपी-शिवसेना गठबंधन पर एक धब्बे की तरह बताया. कहा गया कि बीजेपी इस मुद्दे पर अपना रुख साफ करे. शिवसेना ने राफेल का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी को राफेल के मुद्दे पर अहंकार छोड़कर संयम बरतने की जरूरत है. रक्षा मंत्री से लेकर दूसरे नेताओं तक, बीजेपी के लोग जो चाह रहे हैं वो बोल रहे हैं. इससे पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं इसीलिए हमारी सलाह है कि जितना कम बोला जाए उतना बेहतर है.
शिवसेना ने बीजेपी को नमो टीवी पर भी सलाह दे डाली. शिवसेना ने कहा कि अगर पीएम मोदी की रैलियों को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में मिल रही कवरेज से संतोष होता तो नमो टीवी पर प्रतिबंध से बचा जा सकता था. बता दें कि नमो टीवी पर चल रहे कंटेट को लेकर चुनाव आयोग ने सख्त निर्देश दिए हैं. इस चैनल पर पीएम मोदी की रैलियों को दिखाया जाता है. जिसके बाद अब बिना सर्टिफिकेशन के किसी भी तरह के कंटेंट पर प्रतिबंध लगाया गया है.
जलगांव में एक जनसभा के दौरान महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन के सामने बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प को लेकर भी शिवसेना ने बीजेपी पर निशाना साधा. पार्टी ने अपने मुखपत्र ‘सामना' के संपादकीय में लिखा, “चौंकाने वाला झड़प का वीडियो देश भर में देखा गया. बीजेपी ने पार्टी में गुंडों की भर्ती की और उन्हें ‘वाल्मीकि' में बदल दिया. हालांकि यहां, अनुभवी वाल्मीकि गुंडों में बदल गए और हिंसा में शामिल हो गए.
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