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इंदौर में रविवार को पीएम की रैली के लिए बने पोस्टर में लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की फोटो नहीं दिखी. शहर में पिछले 30 साल में बीजेपी की रैली में ऐसा पहली बार हुआ. हालांकि हंगामा मचने पर आनन-फानन में पोस्टर में उनकी तस्वीर लगा दी गई. सुमित्रा महाजन से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह अभी अतीत का हिस्सा नहीं बनी हैं.
रविवार को रैली के लिए बगैर महाजन की फोटो का पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया. पत्रकार धड़ाधड़ पार्टी नेताओं को फोन करने लगे. इसके बाद महाजन और कैलाश विजयवर्गीय के फोटोग्राफ प्रिंट कराने की पार्टी नेताओं में हड़बड़ी मच गई. विजयवर्गीय की फोटो को भी पोस्टर में जगह नहीं मिली थी. बाद में पोस्टर में अमित शाह की फोटो बाईं और खिसका कर महाजन, शिवराज सिंह चौहान और कैलाश विजयवर्गीय की फोटो को जगह दी गई. सुमित्रा महाजन रैली में आई तो पत्रकारों ने उनसे इस बारे में सवाल किया. इस पर उन्होंने कहा कि वह अभी अतीत नहीं बनी हैं.
रैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने सुमित्रा महाजन की तारीफ के पुल बांधे. मोदी ने कहा, ‘’ बीजेपी में सिर्फ महाजन ही उन्हें डांट लगा सकती हैं. लोकसभा स्पीकर के तौर पर ताई ने बड़ी कुशलता और संयम से काम किया . इस कारण उन्होंने सब लोगों के मन पर अमिट छाप छोड़ी है. उन्होंने मंच पर महाजन की मौजूदगी में कहा
मोदी ने कहा, मैंने और ताई ने संगठन में साथ-साथ काम किया है. कार्य के प्रति उनके समर्पण को ध्यान में रखते हुए मैं इंदौर को विश्वास दिलाता हूं कि शहर के विकास के मामले में ताई की कोई भी इच्छा अधूरी नहीं रहेगी.
महाजन इंदौर सीट से 1989 से 2014 के बीच लगातार आठ बार चुनाव जीत चुकी हैं. लेकिन इस बार पार्टी की ओर से टिकट देने में देरी करने के बाद उन्होंने खुद ही चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया था. कहा गया कि 75 से ज्यादा उम्र के नेताओं को चुनाव न लड़ाने के पार्टी के फैसले की वजह से महाजन को टिकट नहीं मिला. लम्बी उहापोह के बाद बीजेपी ने यहां 57 साल के शंकर लालवानी को मैदान में उतारा. इंदौर में 19 मई को वोटिंग होगी
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Published: 13 May 2019,12:09 PM IST