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नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के मौजूदा बीजेपी सांसद उदित राज की धमकी के बावजूद पार्टी ने यहां से सिंगर हंस राज हंस को टिकट दे दिया है. उदित राज ने कहा था कि अगर उन्हें यहां से लोकसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिला तो वो पार्टी से इस्तीफा दे देंगे और निर्दलीय उम्मदीवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे. टिकट न मिलने के बाद उदित राज ने अपने ट्विटर हैंडल से ‘चौकीदार’ शब्द भी हटा लिया है.
सोमवार को उदित राज ने कहा था कि उन्होंने टिकट के बारे में पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से बात करनी चाही, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला. उदित राज का दावा है कि उन्हें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने इंतजार करने के लिए कहा था.
सोमवार को सांसद उदित राज ने ये भी कहा था-, ‘मेरे क्षेत्र में जाकर देख लें, मुझसे ज्यादा अगर किसी ने काम किया हो. काम के आधार पर मुझे टिकट मिलना चाहिए. मैं कोई परजीवी नहीं हूं. पार्टी को देता हूं तो पार्टी से लेता हूं. मैं अपील करूंगा कि पार्टी मुझे उम्मीदवार घोषित करे. देश में संदेश जा रहा है क्या बीजेपी में दलित नेता की जगह नहीं है.’
उन्होंने कहा कि दिल्ली में जब चार मौजूदा सांसदों को दोबारा मौका दिया जा रहा है, तो उन्हें भी मौका मिलना चाहिए. उदित राज ने कहा, ‘जब चार का हो गया है, तो मेरा क्यों नहीं हुआ. मुझे बताया भी नहीं जा रहा. बेचैनी होना स्वाभाविक है.’ उन्होंने कहा-पार्टी मुझे टिकट क्यों नहीं दे रही. मैंने इतना अच्छा काम किया है. क्या पार्टी दलित विरोधी है? पूरे देश में मुझसे बड़ा दलित नेता कौन है. जितने इनके (बीजेपी) कैंडिडेट लड़ रहे हैं, उनके जितनी मेरे अकेले की ताकत है.
इंडियन रेवेन्यू सर्विस ऑफिसर उदित राज ने साल 2003 में अपनी नौकरी से इस्तीफा देकर इंडियन जस्टिस पार्टी का गठन किया था. इसके बाद 2014 में उन्होंने अपनी पार्टी का विलय बीजेपी में कर दिया और बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा. इस चुनाव में उन्होंने नॉर्थ वेस्ट दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार राखी बिड़ला को 6,29,860 वोटों से हराया था.
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Published: 23 Apr 2019,09:44 AM IST