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अलीगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी सलमान इम्तियाज बोले- जबरन फंसाकर किया गया जिलाबदर

अलीगढ़ से कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ रहे सलमान इम्तियाज को एक केस में जिलाबदर किया गया है

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चुनाव
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<div class="paragraphs"><p>UP: अलीगढ से जिलाबदर की कार्यवाही पर कांग्रेस नेता सलमान इम्तियाज का पलटवार</p></div>
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UP: अलीगढ से जिलाबदर की कार्यवाही पर कांग्रेस नेता सलमान इम्तियाज का पलटवार

(फोटो- स्क्रीनग्रैब/सलमान इम्तियाज)

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अलीगढ़ से कांग्रेस उम्मीदवार सलमान इम्तियाज का एक केस के सिलसिले में जिलाबदर कर दिया गया है. अब सलमान ने इसपर प्रतिक्रिया दी है.

उन्होंने लिखा, "मुझे साजिशन फसा कर जिलाबदर किया गया है, क्यूंकि उन्हें इस बात का बहुत अच्छी तरह से अंदाजा है कि अगर सलमान इम्तियाज इस चुनाव में विजयी हुआ तो अन्याय की राजनीति करने का इनका मंसूबा कभी पूरा नहीं होने देगा."

सलमान अलीगढ शहर की विधानसभा सीट से आने वाले चुनावों के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार है.

यह है पूरा मामला

अधिकारियों ने शनिवार, 23 जनवरी को बताया कि उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के लिए कांग्रेस उम्मीदवार सलमान इम्तियाज को जिले में रहने से रोकने का आदेश दिया गया है. एक दिन पहले शुक्रवार को उनके घर पर जो आदेश चस्पा किया गया था वह 14 जनवरी का था. सलमान इम्तियाज ने गुरुवार, 21 जनवरी को उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए बतौर कांग्रेस उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल किया था.

अलीगढ के अपर जिलाधिकारी शहर राकेश कुमार पटेल ने कहा था कि, "उन (सलमान इम्तियाज) पर गुंडा अधिनियम के तहत आरोप लगाए जाने के आधार पर प्रतिबंध लगाया गया था क्योंकि उन्होंने शहर की शांति के लिए खतरा पैदा किया था."

सलमान इम्तियाज जो एएमयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष रह चुके है उन्हें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सीएए विरोधी आंदोलन के मद्देनजर मार्च 2020 में भी प्रतिबंध का आदेश दिया गया था. सलमान इम्तियाज के अलावा एएमयू के कई अन्य छात्र नेताओं को भी इस तरह के प्रतिबंध आदेश जारी किए गए थे.

सलमान इम्तियाज ने एनडीटीवी से कहा कि उन्होंने 2020 में प्रतिबंध के आदेश का जवाब दिया था लेकिन तब से उनकी याचिका पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. उन्होंने कहा, "अचानक नामांकन दाखिल करने के बाद, मुझे शहर छोड़ने और कासगंज जिले के एक पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है."

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