advertisement
उत्तर प्रदेश चुनाव के बीच डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का एक वीडियो वायरल हो रहा है. लोग उनके खिलाफ नारेबाजी करते दिख रहे हैं. उम्मीदवार घोषित होने के बाद पहली बार केशव मौर्य अपने विधानसभा क्षेत्र सिराथू पहुंचे थे. विरोध प्रदर्शन को बीजेपी साजिश बता रही है वहीं एसपी का कहना है कि ये जनता का आक्रोश है. ऐसे में बताते हैं कि आखिर केशव प्रसाद मौर्य के विरोध का पूरा मामला क्या है?
कौशांबी के जिला पंचायत सदस्य के पति राजीव मौर्य 19 जनवरी से गायब हैं. परिवार परेशान है. केशव प्रसाद मौर्य इसी परिवार से मिलने गए थे. मुलाकात के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने पुलिस विभाग की एक स्पेशल टीम गठित कर राजीव मौर्य की खोज का निर्देश दिया है. विरोध का वीडियो सामने आने के बाद राजीव मौर्य की पत्नी पूनम मौर्य ने कहा-
बीजेपी भी इस घटना को विपक्ष की साजिश बता रही है. बीजेपी विधायक संजय गुप्ता ने कहा, कोई विरोध नहीं हुआ. केशव प्रसाद मौर्य खुद राजीव मौर्य के प्रकरण को देख रहे थे. उनके आने की जानकारी पहले से ही लोगों को थी. वे परिवार से मिलने आए थे. इस दौरान कुछ अराजक तत्व घुस आए. हंगामा करने की कोशिश की. लेकिन वे सफल नहीं हैं. राजीव मौर्य की पत्नी ने भी इस बात की जानकारी दी. बीजेपी ने कहा-
एसपी केशव प्रसाद मौर्य के विरोध को जनता का आक्रोश बता रही है. एसपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कपीश श्रीवास्तव ने कहा, केशव प्रसाद मौर्य का ऐसा विरोध प्रदेश के लोग कभी भूल नहीं पाएंगे. कैसे उनके अपने ही लोगों ने उनका स्वागत किया. लोग जान रहे हैं कि केशव प्रसाद मौर्य ने या उनकी पार्टी ने समाज के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने सिर्फ अपना विकास किया. सबका साथ लिया और अपना विकास किया. जिस तरह से जन आक्रोश निकलकर सामने आ रहा है. पिछड़े समाज से. वह ये बता रहा है कि बीजेपी ने लोग कितने नाखुश हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)