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यूपी विधानसभा चुनाव (UP Election Result 2022) के नतीजे सामने हैं. बीजेपी ने बहुमत के साथ दोबारा सत्ता में वापसी की है. लेकिन, इस बार एसपी का वोट शेयर पिछली बार के मुकाबले बढ़ा है. ऐसा ही कुछ मऊ जिले की सीटों पर दिखा. पिछले चुनाव में मऊ की 4 में से 3 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली बीजेपी, इस बार एक सीट पर ही सिमटकर रह गई है. एसपी गठबंधन ने यहां की 3 सीटों पर कब्जा किया है.
मऊ सीट से मुख्तार अंसारी के बेटे और SBSP के प्रत्याशी अब्बास अंसारी ने जीत दर्ज करने में कामयाबी हासिल की है. वहीं, बीजेपी छोड़कर एसपी में आने वाले पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान ने घोसी सीट से जीत दर्ज की है. मुहम्मदाबाद गोहना सीट पर भी साइकल ने दौड़ लगाई है. यहां से एसपी के उम्मीदवार राजेंद्र कुमार ने जीत दर्ज की है.
साल 2017 के चुनाव में मऊ सीट से पूर्वांचल के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी ने चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. उन्होंने बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. इस बार उनके बेटे अब्बास अंसारी चुनावी मैदान में थे. जिन्होंने बीजेपी के अशोक कुमार सिंह को 37,674 वोटों से शिकस्त दी.
बीजेपी- अशोक कुमार सिंह- 86186 वोट
SBSP- अब्बास अंसारी- 123860 वोट
बीएसपी- भीम- 44284 वोट
कांग्रेस- माधवेंद्र बहादुर सिंह- 6538
इस विधानसभा सीट पर SBSP के प्रत्याशी और मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने जीत दर्ज की है. उन्होंने बीजेपी के अशोक कुमार सिंह को 37,674 वोटों से हराया है.
बीजेपी- विजय कुमार राजभर- 85894 वोट
एसपी- दारा सिंह चौहान- 107347 वोट
बीएसपी- वसीम इकबाल उर्फ चुन्नू- 53953 वोट
कांग्रेस- प्रियंका- 1998 वोट
इस सीट पर एसपी के दारा सिंह चौहान ने जीत दर्ज की है. उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी विजय कुमार राजभर को 85894 वोटों के अंतर से हराया है.
बीजेपी- राम बिलास चौहान- 78707 वोट
एसपी- उमेश पांडेय- 73610 वोट
बीएसपी- नीलम सिंह कुशवाहा- 50887 वोट
कांग्रेस- अमरेश चंद पांडेय- 3823 वोट
इस सीट पर बीजेपी के राम बिलास चौहान ने जीत दर्ज की है. उन्होंने यहां से एसपी के उमेश पांडेय को 5,097 वोटों के अंतर से हाराया है.
बीजेपी- पूनम सरोज- 67775 वोट
एसपी- राजेंद्र कुमार- 94139 वोट
बीएसपी- धर्म सिंह गौतम- 56162 वोट
कांग्रेस- बनवारी राम- 2446 वोट
इस सीट पर एसपी के उम्मीदवार राजेंद्र कुमार ने जीत दर्ज की है. यहां से उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी पूनम सरोज को 26,364 वोटों के अंतर से हराया है.
मऊ में एसपी की जीत का सबसे बड़ा कारण रहा जातीय समीकरण की गोटी का फिट बैठना. मुस्लिम बहुल इलाके में एसपी का ओमप्रकाश राजभर से गठबंधन काम आ गया. इस जिले में मुस्लिम, दलित, राजभर, यादव और चौहान जातियों का अच्छा प्रभाव है. जो किसी भी चुनाव में हार जीत के फैसले को बदल सकते हैं. पिछले चुनाव में यहां से एसपी को एक भी सीट नहीं मिली थी. जातीय समीकरण की वजह से ही इस बार एसपी गठबंधन को यहां से 3 सीटों पर जीत हासिल हुई.
मऊ में बीजेपी की हार का मुख्य कारण मुस्लिम, यादव, दलित और राजभर बहुल इलाका होना रहा. हालांकि, पिछली बार बीजेपी ने यहां से तीन सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन, तब उसका ओमप्रकाश राजभर के साथ गठबंधन था, तो पूरा राजभर समाज बीजेपी की ओर खिंचा चला गया था. वहीं, योगी सरकार में मंत्री रहे दारा सिंह चौहान भी पार्टी पर ओबीसी विरोधी होने का आरोप लगाकर एसपी में शामिल हो गए थे. इसका भी असर जनता पर पड़ा.
मऊ सीट पर जीत का कारण बाहुबली दबदबा ही रहा. यहां अभी भी बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के परिवार का ही कब्जा है. इस सीट पर मुख्तार के बेटे अब्बास ने जीत दर्ज की है.
बीजेपी ने मऊ जिले की जो इकलौती सीट जीती है, वो मधुबन है. यहां बीजेपी का परंपरागत वोट बैंक ही उसकी जीत का कारण रहा. पिछली बार यहां से बीजेपी के टिकट पर दारा सिंह चौहान ने जीत दर्ज की थी. लेकिन, इस बार पाला बदलने के साथ ही, उन्होंने सीट भी बदल दी. यहां से बीजेपी के राम बिलास चौहान ने 5,097 वोटों के अतंर से जीत दर्ज की है. उन्होंने एसपी उम्मीदवार उमेश पांडेय को शिकस्त दी है.
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