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जैसे-जैसे आगामी विधानसभा चुनावों की तारिख नजदीक आ रही है, राजनीतिक दलों ने सभी रणनीतियों का सहारा लेना शुरू कर दिया है. खासकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Election) में हर रोज नए राजनीतिक समीकरण सामने आ रहे हैं. शनिवार, 22 जनवरी को जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डोर-टू- डोर कैंपेन के लिए कैराना पहुंचकर ‘पलायन’ राग अलापा वहीं जेडीयू ने यूपी में बीजेपी का साथ छोड़ने का फैसला किया.
डालते हैं नजर आज दिन भर की उन 5 बड़ी खबरों पर एक नजर जिन्होंने उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों को सरगर्म रखा.
2017 से पहले उत्तर प्रदेश के कैराना से हिंदुओं के कथित "पलायन" को अपने पहले चुनावी कैंपेन का बैकग्राउंड बनाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार, 22 जनवरी को यहां डोर-टू-डोर कैंपेन किया.
हालांकि इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल और चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों का उल्लंघन होते भी दिखा. तस्वीरों में बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता बिना मास्क पहने, सामाजिक दूरी का ध्यान न रखते दिखे. कोरोनावायरस की तीसरी लहर के डर के बीच चुनाव आयोग ने डोर-टू-डोर चुनाव प्रचार के लिए अधिकतम 5 लोगों की सीमा तय की थी लेकिन इसका भी खुलकर उल्लंघन हुआ.
दूसरी तरह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गृह मंत्री अमित शाह के डोर टू डोर कैम्पेन को लेकर चुनाव आयोग पर निशाना साधा है. उन्होंने तंज करते हुए कहा कि डोर-टू-डोर अभियान का ब्रांड एम्बेसेडर गृह मंत्री अमित शाह को घोषित कर देना चाहिए.
बिहार में साथ सरकार चला रही बीजेपी और जनता दल (युनाइटेड) की राहें उत्तर प्रदेश चुनाव में जुदा हो गईं. हालांकि बीजेपी इससे बिहार के रिश्ते पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने की बात कह रही है. JDU ने शनिवार, 22 जनवरी को उत्तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए उन 26 सीटों की सूची भी जारी कर दी, जहां से वे अपने उम्मीदवार उतारेंगे.
शनिवार, 22 जनवरी को AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आगामी यूपी चुनाव के लिए बाबू सिंह कुशवाहा और भारत मुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन की घोषणा की. ओवैसी ने कहा कि अगर गठबंधन की सरकार बनती तो सूबे में 2 मुख्यमंत्री होंगे- एक OBC समुदाय से और दूसरा दलित समुदाय से. साथ ही यूपी में 3 उप मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे जिसमे एक मुस्लिम होगा.
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव अपना पहला विधानसभा चुनाव मैनपुरी जिले की करहल सीट से ही लड़ने जा रहे हैं. आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी आधिकारिक घोषणा हुई.
BSP सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के 55 सीटों में से 51 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम जारी किए. उन्होंने 'हर पोलिंग बूथ को जीतना है, बसपा को सत्ता में लाना है' का नारा दिया है. कहा कि मुझे उम्मीद है हमारी पार्टी के कार्यकर्ता कड़ी मेहनत करेंगे और BSP को अगली सरकार बनाने में मदद करेंगे.
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