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बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर अनुपम खेर की एक फिल्म पाॅर्न साइट पर दिख रही है. दरअसल हॉलीवुड फिल्म ‘द बिग सिक’ को किसी ने एडल्ट साइट ‘पाॅर्नहब’ पर अपलोड कर दिया है. इस फिल्म में खेर भी अहम रोल में हैं. ताज्जुब की बात ये है कि अब ये फिल्म पॉर्न साइट पर काफी धमाल मचा रही है. इस बात की जानकारी फिल्म के दूसरे एक्टर कुमैल नान्जियानी के ट्वीट से मिली.
उन्होंने मजाकिया लहजे में ट्वीट किया, ‘जो लोग ये फिल्म पूरे परिवार के साथ देखना चाहते हैं. अगर उनके पास अमेजन का प्राइम सब्सक्रिप्शन नहीं है और वो इसे खरीद नहीं सकते हैं तो पूरी फिल्म पाॅर्नहब पर अवेलेबल है. बस ये मत पूछना कि मैं ये कैसे जानता हूं. ये मजाक नहीं है.’
पढ़िए पूरी खबर: अनुपम खेर
फिल्मकार अनुराग कश्यप अपनी आगामी फिल्म 'मुक्काबाज' के मेन एक्टर विनीत सिंह की तारीफों के पुल बांधते नजर आ रहे हैं. दरअसल, विनीत ने फिल्म में अपने किरदार जैसा बनने और उसमें ढलने के लिए खूब मेहनत की है. अनुराग कश्यप ने ट्विटर पर लिखा कि विनीत में हुए बदलाव को प्रतिदिन के हिसाब से रिकॉर्ड किया गया है और पूरी प्रक्रिया को एक शानदार वीडियो में ढाला गया है.
इसमें विनीत की शुरुआती ट्रेनिंग को लेकर उनके बॉक्सर बनने तक की यात्रा को दिखाया गया है कि किस तरह शुरुआत में विनीत एकदम नौसिखिया थे लेकिन जल्द ही अपनी मेहनत से खुद को एक अच्छे बॉक्सर के रूप में तैयार कर लेते हैं. अनुराग कश्यप ने कहा, "मैंने विनीत को बताया कि मुक्केबाज बनना तभी संभव होगा, जब वह पेशेवर बॉक्सर की तरह प्रशिक्षित होने के लिए तैयार होंगे, उसी रात सब कुछ पैक किया, मुक्केबाज बनने के लिए पंजाब के लिए निकल पड़े और एक वर्ष बाद वापस लौटे”
सेंसर बोर्ड ने फिल्म 'पद्मावती' देखने के लिए जयपुर के दो अनुभवी इतिहासकारों को आमंत्रित किया है और उनसे फिल्म पर राय मांगी है. इन इतिहासकारों में प्रोफेसर बी.एल. गुप्ता और प्रोफेसर आर.एस. खांगरोट शामिल हैं. गुप्ता राजस्थान विश्वविद्यालय में इतिहास के प्रोफेसर हैं और वे मध्ययुगीन काल के दौरान भारत पर कई किताबें लिख चुके हैं, जबकि खांगराट अग्रवाल कॉलेज प्रमुख हैं.
संवाददाताओं से खांगराट ने कहा, "फिल्म 'पद्मावती' को लेकर टकराव सिर्फ कर्णी सेना और निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली के बीच ही नहीं, बल्कि भंसाली और इतिहासकारों के बीच है, यही वजह है कि हम एक बार फिल्म देखेंगे, जिससे स्पष्ट हो जाएगा कि इसमें इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है या नहीं." गुप्ता ने कहा कि भले ही यह कलात्मक स्वतंत्रता है, लेकिन यह इतिहास की कीमत पर नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा, "फिल्म में जौहर (सामूहिक कुर्बानी) की पुरानी परंपरा को प्रभावी ढंग से दिखाया जाना चाहिए, जिससे दर्शकों पर इसके प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकते हैं. फिल्म में रोमांस नहीं होना चाहिए" सूत्रों के अनुसार, अगले महीने फिल्म की समीक्षा करने के लिए एक चार सदस्यीय पैनल का गठन किया गया है.
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