Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Entertainment Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019‘सुपर 30’ के रियल हीरो आनंद कुमार को ब्रेन ट्यूमर

‘सुपर 30’ के रियल हीरो आनंद कुमार को ब्रेन ट्यूमर

आनंद कुमार ने सैकड़ों छात्रों का करियर संवारा

क्विंट हिंदी
एंटरटेनमेंट
Published:
आनंद कुमार को ब्रेन ट्यूमर
i
आनंद कुमार को ब्रेन ट्यूमर
(फोटो: ट्विटर)

advertisement

आनंद कुमार जिनकी जिंदगी पर ऋतिक रोशन की फिल्म सुपर 30 रिलीज को तैयार है, वो ब्रेन ट्यूमर जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं. आनंद कुमार ने खुद ही एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा करते हुए बताया कि कैसे वो जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं. पिछले कई महीनों से आनंद बीमार चल रहे थे, लेकिन किसी को इस बात की खबर नहीं थी.

आनंद कुमार ने खुद अपनी बीमारी का खुलासा करते हुए एक इंटरव्यू में बताया-

मैं अपनी जिंदगी में अपनी बायोपिक को देखना चाहता था, मेरी जिंदगी का कोई ठिकाना नहीं है, इसलिए मैं चाहता था कि मेरे जीवित रहते हुए ही ये फिल्म रिलीज हो जाए और मैं अपनी कहानी को पर्दे पर देख सकूं.
पिछले कई महीनों से आनंद कुमार की खूब चर्चा हो रही है, क्योंकि ऋतिक रौशन सुपर 30 में उनका किरदार निभा रहे हैं, लेकिन जिस हीरो की जिंदगी को ऋतिक पर्दे पर जी रहे हैं, वो खुद अपनी  जिंदगी की जंग लड़ रहा है, ये सुनना बेहद दुखद है. सैकड़ों लोगों की जिंदगी में उजाला लाने वाले आनंद बीमार हैं. 
आनंद कुमार ने सैकड़ों छात्रों का करियर संवारा(फोटो: ट्टिटर)

आनंद कुमार ने सैकड़ों छात्रों का करियर संवारा

पिछले 17 साल में सैकड़ों आर्थिक रूप से गरीब मगर मजबूत इरादे वाले बच्चों को आनंद कुमार IIT पहुंचा चुके हैं. अब ये बच्चे कई बड़ी MNC कंपनियों में, सरकारी संस्थानों में बड़े ओहदे पर काम कर रहे हैं.

आनंद कुमार के लिए मैथमेटिक्स से प्यारा कुछ भी नहीं है. आनंद जब ग्रेजुएशन में थे उस वक्त  रामनुजम स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स नाम से एक क्लब बनाया था. जहां गणित से प्यार करने वाले लोगों के सवाल और जवाब को जगह मिलती थी.

साल 1994 में उन्हें कैंब्रिज यूनिवर्सिटी जाने का मौका मिला, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी थी कि वो जा नहीं सके. दिल में टीस थी, तो आर्थिक तौर पर कमजोर बच्चों के लिए कुछ करने का सोचा और यहीं पर पड़ी सुपर-30 की नींव.

ये भी पढ़ें- ‘सुपर 30’ से भी ऊपर है आनंद सर की असली कहानी,ऋतिक यूं नहीं हुए फैन

इस कोचिंग इंस्टीट्यूट का पहला बैच यानी साल 2003 में 30 बच्चों में से 18 बच्चों ने IIT की परीक्षा पास की. एक साल पहले शुरू हुए किसी भी कोचिंग संस्थान के लिए ये उपलब्धि ऐतिहासिक थी. 2004 में 22 बच्चों ने 2005 में 26 बच्चों ने ये परीक्षा पास की. 2006,2007 में 30 में से 28 बच्चों को अपनी मंजिल मिली और 2008 में तो 30 में से 30 बच्चे IIT में सलेक्ट हुए.

आनंद कुमार को देश-विदेश में अबतक कोई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है. उनकी कहानी अब घर-घर तक पहुंचने वाली है, उनकी जिंदगी पर बनी फिल्म 12 जुलाई को रिलीज को तैयार है.

ये भी पढ़ें- ‘सुपर 30’ में इमोशन का फुल डोज, बिहारी बोल में ऋतिक कमजोर

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT