Home Entertainment सुशांत डिप्रेशन में नहीं हो सकता, वो तो हीरो था- अंकिता लोखंडे
सुशांत डिप्रेशन में नहीं हो सकता, वो तो हीरो था- अंकिता लोखंडे
सुशांत की मौत के बाद पहली बार अंकिता का इंटरव्यू
क्विंट हिंदी
एंटरटेनमेंट
Updated:
i
सुशांत की मौत के बाद पहली बार अंकिता का इंटरव्यू
(फोटो: ट्टिटर)
✕
advertisement
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के करीब डेढ़ महीने बाद भी कई अनसुलझे सवाल अभी बाकि हैं. इस केस में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. अब सुशांत की एक्स गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे ने पहली बार एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में सुशांत को लेकर कई बातें बताई हैं.
अंकिता और सुशांत सिंह राजपूत कई सालों तक रिश्तें में थे, लेकिन दोनों अचानक एक दूसरे से अलग हो गए. सुशांत की मौत के बाद अंकिता उनके घरवालों से मिलने पटना तक गई थीं.
सुशांत की खुदकुशी पर बात करते हुए अंकिता ने कहा-
जब ये खबर आई तो बहुत टाइम लगा, इस चीज को स्वीकार करने में. लेकिन आज मैं ये सबको बताना चाहती हूं कि सुशांत ऐसा इंसान नहीं था, जो डिप्रेशन में चला जाए और जिसे किसी चीज का इतना दुख हो कि वो सुसाइड कर ले. वो हमेशा खुश रहने वाला इंसान था. इससे भी बुरे हालात मैंने और सुशांत ने अपनी जिंदगी में झेला था. मुझे नहीं पता वो किस पोजिशन में होगा, लेकिन कुछ वक्त के बाद जब जिसे नॉर्मल होने लगीं तो मैंने सोचा कि आखिर कैसे सबकुछ 15 मिनट में हो सकता है, कैसे इसे सुसाइड बोल दिया जाता है. फोटो लीक हो गई, वीडियो लीक हो गया, मुझे नहीं पता क्या हुआ, लेकिन जितना मैं सुशांत को जानती हूं वो डिप्रेस्ड इंसान नहीं था.
सुशांत ने पूरे किए अपने सारे सपने
अंकिता सुशांत के साथ अपने दिनों को याद करते हुए कहती हैं- ‘मैंने अपनी जिंदगी में सुशांत जैसा लड़का नहीं देखा था, वो सपने देखने वाला लड़का था. जब मैं उसके साथ रिश्ते में थी, तो उसने एक डायरी लिखी थी, जिसमें उसके 5 साल के प्लान थे और ठीक पांच साल के बाद वो सारी चीजें पूरी हो चुकी थीं. उसके लिए जो लोग कहते हैं कि वो डिप्रेशन में था ये हो ही नहीं सकता, वो अपसेट हो सकता है, लेकिन डिप्रेश नहीं.’
सुशांत सिंह राजपूत की 14 जून को सुसाइड की वजह से मौत हो गई थी(फोटो: Altered by Quint)
मेरे साथ जो सुशांत था उसके बारे में मैं डंके की चोट पर कह सकती हूं कि सुशांत डिप्रेशन में नहीं था. मैं नहीं चाहती हूं कि लोग सुशांत को डिप्रेस इंसान के रूप में याद रखें. मैं चाहती हूं कि लोग उसे हीरो की तरह याद रखें, जो एक छोटे शहर से आया, जिसने अपने दम पर नाम कमाया. वो हम सब लोगों के लिए प्रेरणा था. उसने मुझे एक्टिंग सिखाई, वो टैलेटेंड एक्टर था. ये बहुत दुख की बात है कि लोग एक कहानी बना लेते हैं और उसे अपने तरीके से पेश करते हैं. किसी को पता भी है सुशांत क्या था. ये बहुत दुख की बात है कि उसके बारे में गलत बातें की जा रही हैं. वो एक जिंदादिल इंसान था, वो एक बच्चे की तरह था, जो खाना देखकर खुश होता था. उसे गुलाब जामुन देखकर खुशी होती थी, वो चॉकलेट खाता था.
अंकिता
सुशांत को याद करते हुए अंकिता ने कहा कि उसे फॉर्मिंग करने का शौक था. वो कहता था कुछ नहीं होगा तो मैं शॉर्ट फिल्म बना लूंगा, लेकिन मैं खुश रहूंगा. अंकिता बार-बार यही कहती हैं कि सुशांत डिप्रेश नहीं था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)