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बिग बॉस के घर में हर दिन की शुरुआत में जो मॉर्निंग जिंगल बजता है वो यूं ही नहीं बजता. फिल्म रंगीला के गाने क्या करें क्या न करें सुनते हुए जब घरवालों ने आंखें खोली तभी उन्हें ये एहसास हो गया था कि आज कुछ अलग होने वाला है. घर के माहौल में तो कोई खास अंतर नहीं आया है क्योंकि प्रिया और रोशेल अब भी एक-दूसरे से नफरत करती हैं.
प्रिया, रोशेल को छेड़ने और तंग करने का एक मौका भी नहीं छोड़ रही हैं. प्रिंस और रोशेल ये फैसला कर चुके हैं कि इस शो के खत्म होने के बाद वो भले ही दूसरों के साथ संपर्क में रहें पर प्रिया को तो भूल ही जाना चाहेंगे.
रोशेल हो सकता है कि घर में कोई और भी ऐसा हो जो यही सोचता हो लेकिन सामने नहीं आना चाहता. प्रिया खुले तौर पर ऋषभ को समर्थन कर रही हैं और वो सिर्फ इसलिए क्योंकि दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है.
एक ओर जहां पूरे घरवाले ये सोच रहे हैं कि ऋषभ भटक चुके हैं वहीं प्रिया का मानना है कि ये उनकी रणनीति है. वो अकेले में ऋषभ को समझाती भी हैं और ढांढस भी देती है, पर लगता नहीं कि ऋषभ को टीचर की बातों से कोई फायदा हुआ है क्योंकि वो अब भी उतने ही दुखी नजर आ रहे हैं. उन्हें देखकर तो ये भी लगता है कि वो अब प्रिया पर रत्तीभर भी भरोसा नहीं करते.
बिग बॉस ने रोड टू फीनाले टास्क के अगले चरण की घोषणा कर दी है. नए टास्क के तहत प्रिंस, मंदना और किश्वर को एक घेरेदार बक्से में घुसना है और उन्हें एक-एक बजर भी दिया गया है. एक बार जो ड्रामा शुरू हुआ और जो भी सबसे पहले बजर बजाएगा वो टास्क से बाहर हो जाएगा. बजर दबाने वाले दूसरे शख्स के पास ये विकल्प होगा कि वो 6 लाख रुपए लेकर घर छोड़ दे.
पर जो प्रतिभागी अंत तक टिका रह जाएगा उसे फाइनल का टिकट मिल जाएगा. खेल तो समझ आ गया पर खेलना शुरू कब करेंगे?
ऐसा हम तो नहीं पर किश्वर जरूर सोचती हैं. वैसे भी किश्वर कुछ कहने में डरती तो हैं नहीं, उन्होंने खुलेआम ये घोषणा कर रखी है कि प्रिया और ऋषभ को छोड़कर सभी प्रतिभागी बिग बॉस के घर में रहने योग्य हैं. इसके लिए उनकी दलील से आप असहमत हो सकते हैं. प्रिया और ऋषभ दोनों ही वाइल्ड कार्ड एंट्री हैं और इसीलिए किश्वर को लगता है कि उन दोनों को घर में नहीं रहना चाहिए. वैसे पर्सनल दुश्मनी को अनदेखा नहीं किया जा सकता है.
प्रिंस को लगता है कि अगर प्रिया और ऋषभ में से कोई गेम जीत भी गया तो इज्जत तो कभी नहीं जीत सकता. वैसे मैं एक बात पर किश्वर से सहमत हूं कि ऋषभ अब भी प्रिया से कहीं अधिक योग्य हैं. कम से कम वो गंदा, शैतानी खेल तो नहीं खेलते. मुझे लगता है कि वो बहुत ही प्यारा लड़का है.
आपने अब तक वाइल्ड कार्ड एंट्री के बारे में सुना होगा लेकिन क्या कभी वाइल्ड कार्ड एक्जिट के बारे में सुना है. बिग बॉस ने वाइल्ड कार्ड एक्जिट के लिए आठ लाख रुपए की रकम भी रखी है पर कोई जाने को तैयार ही नहीं.
पैसे लेकर कोई भी घर से बाहर नहीं जाना चाहता है. कोई नहीं चाहता है कि उस पर ये आरोप लगे कि उसने गेम को बीच में ही छोड़ दिया. वैसे घरवाले प्रिंस, किश्वर और मंदना को इसके लिए राजी करना चाहते हैं पर क्या इन तीनों में से कोई ये बात स्वीकार करेगा?
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