अजय देवगन और एम.एस.धोनी के ऐड को ASCI ने बताया भ्रामक

एएससीआई, एडवरटाइजिंग क्षेत्र की एक सेल्फ रेगुलेटरी बॉडी है

क्विंट हिंदी
बॉलीवुड
Published:
एएससीआई, एडवरटाइजिंग क्षेत्र की एक सेल्फ रेगुलेटरी बॉडी है
i
एएससीआई, एडवरटाइजिंग क्षेत्र की एक सेल्फ रेगुलेटरी बॉडी है
(फोटो: इंस्टाग्राम/अजय देवगन)

advertisement

भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) ने एक्टर अजय देवगन के डाबर बबूल आयुर्वेदिक टूथपेस्ट के ऐड के साथ ही हिंदुस्तान यूनिलीवर के रेक्सोना वाइटनिंग और कई दूसरे ऐड्स को भ्रामक पाया है. इसके अलावा रेकिट बेनकाइजर के ‘मूव’ के ऐड, ओरिएंट इलेक्ट्रिक के क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की मौजूदगी वाले एलईडी लाइट के कई ऐड को भ्रामक पाया गया है.

एएससीआई, एडवरटाइजिंग क्षेत्र की एक सेल्फ रेगुलेटरी बॉडी है. एएससीआई ने एक बयान में कहा कि यूट्यूब और टीवी पर दिखाए जाने वाले डाबर बबूल के हिंदी ऐड में दावा किया गया है कि दूसरे साधारण वाइट टूथपेस्ट ग्राहकों को ठग रहे हैं और इस ठगी से डाबर का टूथपेस्ट इस्तेमाल करके बचा जा सकता है. इस ऐड में एक्ट्रेस अजय देवगन हैं. एएससीआई ने डाबर के इस ऐड को भ्रामक पाया है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
इसी तरह हिंदुस्तान यूनिलीवर के रेक्सोना वाइटनिंग रोल-ऑन के बांग्ला ऐड में दावा किया गया है कि इस उत्पाद के इस्तेमाल से पांच दिनों में कांख के नीचे के सांवलेपन से छुटकारा पाया जा सकता है. एएससीआई ने इस विज्ञापन को भी अपर्याप्त तथ्यों वाला और भ्रामक पाया गया है.

एएससीआई ने नवंबर में 408 ऐड के खिलाफ शिकायतों पर गौर किया. उसके कहने पर 137 ऐड को ब्रांड कंपनियों ने वापस ले लिया. वहीं 271 का ग्राहक शिकायत परिषद ने आकलन किया. इसमें से 248 शिकायतों को बरकरार रखा गया. इसमें 159 शिकायतें शिक्षा क्षेत्र, 44 स्वास्थ्य क्षेत्र, आठ निजी देखभाल उत्पाद, चार खान-पान क्षेत्र और 33 दूसरी कैटेगरी के ऐड से जुड़ी हैं.

यह भी पढ़ें: अगर स्ट्रेट लोगों से गे लोगों की तरह बात की जाती तो कुछ ऐसा होता..

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT