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सलमान खान का शो बिग बॉस इस हफ्ते भी काफी इंटरेस्टिंग रहा. ढेर सारे सरप्राइज और शॉकिंग ट्विस्ट और वाइल्ड कार्ड एंट्री के बाद सोमवार को बिग बॉस के घर में फरहा खान की अदालत लगी. इस अदालत में फराह ने देवलीना को जमकर फटकार लगाई.
दरअसल कोर्टरूम में बहस के दौरान, देवलीना ने कहा था कि “बाहर जा के me too में सिद्धार्थ का नाम डालूंगी‘’ . फराह ने इस पर देवलीना को फटकार लगाते हुए कहा कि ‘’me too कोई कार्ड नही है, जो तुम प्ले करो, ये क्या हो रहा है इस घर में? मी टू एक बहुत सीरियस इशू है.’
इस स्पेशल एपिसोड में फरहा जज बनी और सिद्धार्थ शुक्ला और रश्मि देसाई बतौर वकील नजर आए.
बिग बॉस के घर को कोर्ट रूम में बदल दिया गया और सिद्धार्थ शुक्ला और रश्मि देसाई के साथ लोगों को दो टीमों में बाट दिया गया. शुक्ला की टीम में शहनाज, असीम, आरती और देवोलीना और रश्मि की टीम में माहिरा, पारस, शेफाली और सिद्धार्थ डे शामिल हुए.
फिल्म मेकर -कोरियोग्राफर फराह खान कोर्टरूम की स्पेशल जज थीं, और सिद्धार्थ शुक्ला और रश्मि देसाई अपनी अपनी टीम के वकील थे. रश्मि की टीम से आसिम पर पहला आरोप लगाया जिसमें कहा गया था कि चाय के वक्त अभद्रता दिखाई थी. आरोप प्रत्यारोप और गरमा गरम बहस के बाद फैसला रश्मि पक्ष में जाता है.
दूसरा आरोप सिद्धार्थ शुक्ला पर उनके अग्रेसिव बिहेवियर को लेकर लगा. फराह ने एक्सेप्ट किया कि सिद्धार्थ शुक्ला स्नैक एंड लैडर टास्क के दौरान बहुत आक्रामक हो गए, लेकिन उन्होंने कहा कि सिद्धार्थ के खिलाफ गुटबाजी करना सही नहीं था. इसपर टीम रश्मि ने सहमत होने से इनकार कर दिया.
तीसरे मामले में शुक्ला ने रश्मि पर आरोप लगाया की वो डिप्लोमेटिक और डबल फेस हैं. फराह ने सिद्धार्थ शुक्ला और रश्मि देसाई के बीच चल रही नोकझोंक पर भी सवाल उठाए और इसी नोट पर उन्होंने मामले को खारिज करने का फैसला किया.
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