Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Entertainment Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Bollywood Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019जावेद अख्तर ने शेखर कपूर को क्यों कहा- साइकैट्रिस्ट को दिखाओ

जावेद अख्तर ने शेखर कपूर को क्यों कहा- साइकैट्रिस्ट को दिखाओ

शेखर कपूर ने अपने ट्वीट में ये भी लिखा कि उन्हें बुद्धिजीवियों से डर लगता है

क्विंट हिंदी
बॉलीवुड
Published:
शेखर कपूर ने अपने ट्वीट में ये भी लिखा कि उन्हें बुद्धिजीवियों से डर लगता है
i
शेखर कपूर ने अपने ट्वीट में ये भी लिखा कि उन्हें बुद्धिजीवियों से डर लगता है
(फोटो: ट्विटर)

advertisement

फिल्ममेकर शेखर कपूर ने हाल ही में ट्वीट किया था कि उन्हें बुद्धिजीवियों से डर लगता है और वह अपने देश में अभी भी रिफ्यूजी हैं. उनके इस ट्वीट पर जावेद अख्तर भड़क गए. जावेद अख्तर ने कपूर को खरी-खोटी सुनाते हुए उन्हें 'अमीर लेकिन अकेला शख्स' बता दिया. उन्होंने कहा कि शेखर को किसी साइकैट्रिस्ट को दिखाना चाहिए.

शेखर कपूर ने अपने ट्वीट में लिखा था, 'बंटवारे के रिफ्यूजी के रूप में जीवन शुरू किया. माता-पिता ने बच्चों के जीवन के लिए सब कुछ दिया. हमेशा 'बुद्धिजीवियों' से डरता था. उन्होंने मुझे बहुत छोटा महसूस कराया. फिर अचानक मेरी फिल्मों के बाद मुझे गले लगा लिया. मुझे अभी भी उनसे डर लगता है. उनका गले लगाना सांप के डसने जैसा है. अभी भी रिफ्यूजी हूं.'

शेखर कपूर का ये ट्वीट जावेद अख्तर को पसंद नहीं आया और उन्होंने जवाब में लिख दिया कि वो अपना ये मेलोड्रामा बंद करें.

‘आप खुद को गुजर चुकी चीजों से तटस्थ और भविष्य से न डरने वाला बताते हैं. आप कहते हैं कि आप आज में जीते हैं और उसी सांस में आप ये भी कह देते हैं कि आप बंटवारे के रिफ्यूजी हैं और अभी भी वैसा महसूस करते हैं. कोई भी आसानी से इस विरोधाभास को समझ सकता है.’
जावेद अख्तर, लेखक-गीतकार

जावेद अख्तर यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे लिखा, 'अभी भी एक रिफ्यूजी से आपका क्या मतलब है? क्या इसका मतलब ये है कि आप एक आउटसाइडर की तरह महसूस करते हैं और भारतीय नहीं हैं और आपको नहीं लगता कि ये आपकी मातृभूमि है? अगर आप भारत में अभी भी एक रिफ्यूजी हैं, तो आप कहां रिफ्यूजी की तरह महसूस नहीं करेंगे, पाकिस्तान में? ये मेलोड्रामा बंद करो.'

शेखर कपूर ने अपने ट्वीट में लिखा था कि उन्हें बुद्धिजीवियों से डर लगता है. इसपर अख्तर ने पूछा कि वो किन लोगों की बात कर रहे हैं?

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
‘ये कौन से बुद्धिजीवी हैं, जिन्होंने आपको अपनाया और उनका गले लगाना सांप के डसने जैसा लगा? श्याम बेनेगल, अडूर गोपाल कृष्णा, रामचंद्र गुहा? वाकई? शेखर साहब आप ठीक नहीं हैं. आपको मदद की जरूरत है. एक अच्छे साइकैट्रिस्ट से मिलने में कोई शर्म नहीं आनी चाहिए.’
जावेद अख्तर, लेखक-गीतकार

इसके बाद शेखर कपूर ने अपने ट्वीट पर सफाई देते हुए जावेद अख्तर को लिखा, 'नहीं. इसका मतलब है कि अगर एक बार आप रिफ्यूजी बन गए, तो आप जिप्सी जैसा महसूस करते हैं.'

शेखर कपूर का ये ट्वीट 49 हस्तियों के पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी के बाद आया है. अनुराग कश्यप, मणिरत्ननम, रामचंद्र गुहा जैसी 49 हस्तियों ने पीएम से मांग की है कि देश में बढ़ती इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए जल्द से जल्द कड़े कदम उठाए जाएं.

वहीं इसके जवाब में कंगना रनौत समेत 62 जानी-मानी हस्तियों ने ओपन लेटर लिखा है. लेटर लिखने वालों में प्रसून जोशी, वादक पंडित विश्व मोहन भट्ट, फिल्ममेकर मधुर भंडारकर और फिल्ममेकर विवेक अग्नहोत्री जैसी हस्तियां शामिल है. इन लोगों ने अपने लेटर में लिखा है कि मॉब लिंचिंग पर खत लिखने वाले लोग दूसरे मुद्दों पर क्यों चुप हो जाते हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT