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नसीरुद्दीन शाह एक बार फिर अपने एक बयान को लेकर चर्चा में आ गए हैं. एक बार फिर उन्होंने ‘असहिष्णुता’ की बहस छेड़ दी है.
शाह ने कहा, ‘'हवा में जहर फैल चुका है, इस जिन्न को बोतल में बंद करना मुश्किल होगा. मुझे मेरे बच्चों के लिए डर लगता है कि कभी कोई उनको कहीं रोक कर उनसे पूछने लगे कि बताओ, तुम हिंदू हो या मुस्लिम?'’
उन्होंने ये भी कहा कि कई जगहों पर एक गाय की मौत को ज्यादा अहमियत दी जाती है और एक पुलिस अफसर की मौत को कम.
नसीरुद्दीन शाह ने जिस वीडियो में ये बात कही है, वो यूट्यूब पर पोस्ट किया गया है. 2 मिनट 10 सेकेंड की इस वीडियो क्लिप में नसीरुद्दीन शाह ने कई बातें कही हैं. उन्होंने हाल ही में हुए बुलंदशहर के दंगों को आधार बनाकर ये बाते कही हैं.
नसीरुद्दीन शाह ने कहा, '‘मैंने अपने बच्चों को मजहबी शिक्षा नहीं दी है, क्योंकि मेरा मानना है कि अच्छाई और बुराई का मजहबी शिक्षा से कोई लेना-देना नहीं है.’'
शाह ने वीडियो के अंत में ये भी जोड़ा, '‘मुझे ये हालात जल्दी सुधरते तो नजर नहीं आ रहे. मुझे ये सब देखकर डर नहीं लगता, गुस्सा आता है. हर सही सोच वाले इंसान को भी डर नहीं लगना चाहिए, गुस्सा आना चाहिए. ये हमारा घर है, यहां से हमें कोई नहीं निकाल सकता.’'
नसीरुद्दीन शाह ने हाल ही में एक फेसबुक पोस्ट लिखकर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली पर टिप्पणी की थी. नसीरुद्दीन ने लिखा, '‘विराट कोहली सिर्फ दुनिया के बेस्ट बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे बदतमीज खिलाड़ी भी हैं.’'
नसीरुद्दीन शाह ने ये भी लिखा था कि विराट की क्रिकेट की प्रतिभा उनके अहंकार और गलत रवैये के आगे फीकी पड़ जाती है. उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि इस देश को छोड़कर जाने का फिलहाल उनका कोई इरादा नहीं है.
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