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राहत अली ने बाबुल सुप्रियो और वासु भगनानी पर पलट वार किया है. केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में बैन करने की मांग करके विवाद छेड़ दिया था. सुप्रियो के विवादित बयान के बाद पाकिस्तानी सिंगर राहत फतेह अली खान ने जवाब दिया है कि कलाकारों को धर्म, देश की दीवार में ना डालें.
बाबुल के ट्वीट पर जवाबी ट्वीट में पाकिस्तान के गायक राहत फतेह अली खान लिखा है कि संगीत की कोई सरहद नहीं होती.
इस सिलसिले में बुधवार को दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बार बॉलीवुड में पाकिस्तानी कलाकारों को बैन करने की मांग उठी. केंद्रीय राज्य मंत्री और सिंगर बाबुल सुप्रियो ने फिल्म प्रोड्यूसर वासु भगनानी के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि फिल्म से राहत फतेह अली खान का गाना ट्रेलर से हटाया जाना चाहिए.
बाबुल केंद्रीय मंत्री हैं और बॉलीवुड के लिए उन्होंने गाने भी गाए हैं. उनके बयान के बाद पाकिस्तानी कलाकारों को बॉलीवुड में काम नहीं करने का मुद्दा नए सिरे से गरमा गया है. बाबुल की मांग है कि बॉलीवुड को पाकिस्तानी कलाकारों से तमाम रिश्ते तोड़ लेने चाहिए. उनका कहना है भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर पाबंदी रहनी चाहिए क्योंकी पाकिस्तानी कलाकारों का पाकिस्तानी होना ही अपराध है, इसलिए बॉलीवुड को उनसे किसी भी तरह के संबंध नहीं रखना चाहिए.
फिल्म वेलकम टू न्यूयॉर्क की बात है, तो ये फिल्म 23 फरवरी को रिलीज हो रही है. इसमें करण जौहर, दिलजीत दोसांझ, सोनाक्षी सिन्हा, रीतेश देशमुख, बोमन ईरानी, लारा दत्ता, सुशांत सिंह राजपूत और राणा दग्गुबाती प्रमुख भूमिकाओं में हैं. इसके अलावा, सुपरस्टार सलमान खान भी गेस्ट अपीयरेंस में हैं.
दरअसल भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही अनबन का असर कलाकारों पर भी पड़ा. उरी आतंकवादी हमला और फिर भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक की वजह से भारत-पाकिस्तान के बीच एक और दिवार खड़ी हो गई है इसका असर न सिर्फ राजनैतिक तौर पर, बल्कि एंटरटेनमेंट की दुनिया पर पड़ा. फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल के रिलीज होने के वक्त इस बात पर काफी हंगामा हुआ था और डायरेक्टर को फिल्म रिलीज न करने की धमकियां दी जा रही थी क्यों कि इस फिल्म में पाकिस्तानी सिंगर फवाद खान ने भी अहम किरदार निभाया था.
क्विंट और बिटगिविंग ने मिलकर 8 महीने की रेप पीड़ित बच्ची के लिए एक क्राउडफंडिंग कैंपेन लॉन्च किया है. 28 जनवरी 2018 को बच्ची का रेप किया गया था. उसे हमने छुटकी नाम दिया है. जब घर में कोई नहीं था,तब 28 साल के चचेरे भाई ने ही छुटकी के साथ रेप किया. तीन सर्जरी के बाद छुटकी को एम्स से छुट्टी मिल गई है लेकिन उसे अभी और इलाज की जरूरत है ताकि वो पूरी तरह ठीक हो सके. छुटकी के माता-पिता की आमदनी काफी कम है, साथ ही उन्होंने काम पर जाना भी फिलहाल छोड़ रखा है ताकि उसकी देखभाल कर सकें. आप छुटकी के इलाज के खर्च और उसका आने वाला कल संवारने में मदद कर सकते हैं. आपकी छोटी मदद भी बड़ी समझिए. डोनेशन के लिए यहां क्लिक करें.
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