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आईआईटी कोचिंग चलाने वाले आनंद कुमार पर आधारित ऋतिक रौशन की फिल्म 'सुपर 30' का ट्रेलर रिलीज हो गया है. फिल्म में ऋतिक ने बिहार के आनंद कुमार का रोल निभाया है, जो आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को आईआईटी की कोचिंग देते हैं. ट्रेलर की जहां हर ओर वाहवाही हो रही है, वहीं उसमें ऋतिक के लुक और बिहारी लहजे की आलोचना की जा रही है.
सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि जिस अंदाज में उन्होंने बिहरी लहजे को अपनाया है, वो बेकार है. वहीं उनके मेकअप को लेकर भी यूजर्स का कहना है कि उसे जबरदस्ती 'ब्राउन' बनाने की कोशिश की गई है.
एक यूजर ने लिखा, ‘पहले अर्जुन कपूर ने बिहारी हिंदी को बर्बाद किया और अब ऋतिक रोशन ने. एक्सेंट से ओवरएक्टिंग लगती है.’
वहीं बिहारी बाबू नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘अगर तुम कोई मिल गया के रोहित और लालू यादव को मिलाकर बोलने की कोशिश करोगे तो ये बिहारी लहजा नहीं है.’
एक ने लिखा, ‘सुपर 30 में बिहारी लहजा सुनने के बाद ऋतिक पर अटैक करते बिहारी.’
एक यूजर ने फिल्म को एक कॉमर्शियलाइज्ड बायोपिक बताया. ‘सुपर 30 एक और ऐसी फिल्म है जिससे रिलेट कर पाना मुश्किल है.’
ऋतिक रोशन के मेकअप से भी सोशल मीडिया यूजर्स खुश नहीं है. यूजर्स का कहना है कि उनके चेहरे ‘ब्राउन’ बनाया गया है, जो बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा है.
एक यूजर ने लिखा, ‘तुम ऋतिक का चेहरा ब्राउन पेंट करते हो और उससे बिहारी बुलवाते हो. ये अपराध है.’
‘सुपर 30’ बिहार के चर्चित संस्थान सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार के जीवन पर आधारित है. ये संस्थान आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को मुफ्त में आईआईटी की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराते हैं. हर साल उनके कोचिंग से कई बच्चे सरकारी संस्थानों के लिए सलेक्ट होते हैं. उनके काम के लिए उन्हें प्रतिष्ठीत रामानुजन अवॉर्ड मिल चुका है.
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