Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Entertainment Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Celebs Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019क्या कॉन्ट्रोवर्सी से फिल्म बेचने का फॉर्मूला अपना रही हैं कंगना?

क्या कॉन्ट्रोवर्सी से फिल्म बेचने का फॉर्मूला अपना रही हैं कंगना?

फेमिनिस्ट आइकन कंगना की छवि पर अब सवाल खड़े होने लग गए हैं!

आकांक्षा सिंह
सितारे
Updated:
फेमिनिस्ट आइकन कंगना की छवि पर अब सवाल खड़े होने लग गए हैं!
i
फेमिनिस्ट आइकन कंगना की छवि पर अब सवाल खड़े होने लग गए हैं!
(फोटो: क्विंट हिंदी)

advertisement

फिल्म को सक्सेसफुल बनाने के लिए कॉन्ट्रोवर्सी करने का फॉर्मूला अब पुराना हो चुका है... लेकिन बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत के लिए नहीं. लगता है कंगना आज भी इसी फॉर्मूले को कैश करना चाहती हैं, तभी तो जैसे ही उनकी कोई फिल्म रिलीज होने वाली होती है, उनका नाम सुर्खियों में आने लगता है... फिल्म के कारण नहीं, बल्कि विवादों के कारण!

एक वक्त ऐसा था जब कंगना को फेमिनिस्ट आइकन कहा जाता था. फिर चाहे बॉलीवुड में फैले नेपोटिज्म पर बोलना हो या फिर सामाजिक-राजनीतिक सवालों पर, कंगना हर मुद्दे पर अपनी बेबाक राय रखती थीं. वो बॉलीवुड की एक बुलंद आवाज बन गई थीं, जिससे सभी को सीख लेने की जरुरत थी.

लेकिन अब कंगना की क्रेडिबिलिटी पर सवाल खड़े होने लगे हैं. वो आए दिन किसी को भी अपने निशाने पर ले लेती हैं, जिससे ऐसा लगने लगा है कि वो जबरदस्ती विवाद पैदा करने की कोशिश कर रही हैं.

और ये विवाद अक्सर उनकी फिल्म रिलीज के आस-पास होते हैं. इसके उदाहरण सबके सामने हैं:

‘मणिकर्णिका’

‘मणिकर्णिका’ की रिलीज के बाद कंगना को इस बात से दिक्कत थी कि किसी ने उनकी फिल्म को सपोर्ट नहीं किया. शायद वो ये बात भूल गई थीं कि जब 'पद्मावत' के विवाद के समय दीपिका पादुकोण को सपोर्ट करने के लिए उनसे समर्थन मांगा गया था, तो उन्होंने भी इससे इनकार कर दिया था. ‘मणिकर्णिका’ की रिलीज के बाद कंगना ने आलिया को निशाना बनाया और कहा कि उन्होंने उनके काम की तारीफ नहीं की. 'गली बॉय' में आलिया की परफॉर्मेंस से खुद की तुलना को उन्होंने 'शर्मिंदगी' कहा था.

‘सिमरन’

‘सिमरन’ की रिलीज से पहले भी कंगना अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर छाई हुईं थी. एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने अपनी निजी जिंदगी के कई राज खोलकर रख दिए. कंगना के उस विवादित इंटरव्यू के बाद उनपर आरोप भी लगे कि कंगना अपनी फिल्म को हिट कराने के लिए जान बूझकर ऐसा कर रही हैं.

‘रंगून’ से लेकर ‘कट्टी-बट्टी’ तक

इन दोनों फिल्मों में कंगना के दखल देने की बात सामने आई. सेट पर उनकी को-एक्टर्स से अनबन की खबरें भी सुर्खियां बनी थीं.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

अब जब कंगना की 'जजमेंटल है क्या' रिलीज होने जा रही है, तो फिर उनका नाम सुर्खियों में है. हाल ही में हुए विवाद को देख लीजिए... कंगना ने अपनी फिल्म 'जजमेंटल है क्या' के सॉन्ग इवेंट में जबरदस्ती एक जर्नलिस्ट से विवाद मोल ले लिया... जर्नलिस्ट बस कंगना से एक सवाल पूछने जा रहा था, तब कंगना ने उसपर 'मणिकर्णिका' और उनके खिलाफ कैंपेन चलाने का आरोप लगा दिया. कंगना ने जर्नलिस्ट के कुछ कहने से पहले ही बोलना शुरू कर दिया कि वो उनकी फिल्मों के खिलाफ लिख रहा है.

जब कंगना के इस व्यवहार की एंटरटेनमेंट जर्नलिस्ट गिल्ड ने निंदा की और उन्हें बॉयकॉट किया, तो उन्होंने वीडियो रिलीज कर मीडिया को 'बिकाऊ', '10वीं फेल' और 'दोगली' बता दिया.

कंगना देश में बढ़ती उस भीड़ का हिस्सा बन गई हैं, जो कोई विरोध बर्दाश्त नहीं कर पाता और खिलाफ बोलने वालों को ‘देशद्रोही’ बता देता है. जैसे देश के खिलाफ कुछ भी बोलने पर पाकिस्तान भेज दिया जाता है, उसी तरह कंगना ने भी उनकी फिल्मों के खिलाफ लिखने-बोलने वालों पर ‘देशद्रोही’ का तमगा लगाना शुरू कर दिया है.

कंगना की छवि मीडिया में दिनोंदिन गिरती चली जा रही है, और इसकी जिम्मेदार वो और काफी हद तक उनकी बहन रंगोली चंदेल भी हैं. रंगोली खुद को कंगना का मैनेजर बताती हैं... यानी उनकी तरफ से कही कोई बात कंगना से साफ जोड़ी जा सकती है. ट्विटर पर शायद ही कोई दिन ऐसा हो जब रंगोली किसी के खिलाफ कुछ नहीं लिख रही हों. बॉलीवुड सितारों से लेकर जर्नलिस्ट, रंगोली के ट्वीट्स से शायद ही कोई बच पाया हो.

आलिया और कंगना के विवाद पर जब आलिया ने कमेंट करने से मना कर दिया था, तब भी रंगोली चंदेल ने उन्हें टारगेट करते हुए कहा था कि वो और कर भी क्या सकती हैं. हाल ही में रंगोली ने तापसी को कंगना की 'सस्ती कॉपी' कहा था, वो भी तब जब तापसी, कंगना की तारीफ कर रही थीं.

एक्टिंग के लिए नेशनल अवॉर्ड जीत चुकीं कंगना रनौत के फेमिनिज्म में कई खामियां हैं, जो अब दिखने लगी हैं. एक वक्त पर उनका समर्थन करने वाले लोग भी अब अफसोस करने को मजबूर हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 12 Jul 2019,10:55 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT