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वेटरन एक्टर नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) ने निलंबित बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मुहम्मद पर की गई अपमानजनक टिप्पणी पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है. एक्टर ने कहा कि, "अगर प्रधानमंत्री वाकई में जहर फैलने से रोकना चाहते हैं, तो कदम उठाने के लिए यही सही समय है."
हमेशा से सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय रखने वाले 71 साल के नसीरुद्दीन शाह इससे पहले भी कई मामलों पर केंद्र सरकार की आलोचना कर चुके हैं. पैगंबर मोहम्मद पर हुए विवाद पर NDTV को दिए इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री से अपील करता हूं कि इन लोगों में अच्छी समझ डालें. अगर वो (हरिद्वार) धर्म संसद में कही बातों को मानते हैं, तो उन्हें ऐसा कहना चाहिए, और अगर नहीं, तो वैसा कहना चाहिए."
नफरत फैलाने के लिए नसीरुद्दीन शाह ने न्यूज चैनलों की भी आलोचना की. उन्होंने कहा, "हेट मैन्यूफैक्चर की जाती है और ये एक विष है, जो तब उगलता है, जब आप एक विरोधी दृष्टिकोण से सामना करते हैं. इसके लिए टीवी न्यूज और सोशल मीडिया जिम्मेदार हैं."
ये पूछे जाने पर कि क्या मौजूदा विवाद पर बॉलीवुड के खानों को बोलना चाहिए, नसीरुद्दीन ने कहा, "मैं उस जगह पर नहीं हूं जहां वो हैं. लेकिन मुझे लगता है कि वो जहां, वहां खोने को बहुत कुछ है."
बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा को 10 दिन पहले एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर पर उनकी टिप्पणी को लेकर निलंबित कर दिया गया था. नुपुर शर्मा की टिप्पणी पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है और कुवैत, ईराक, कतर, सऊदी अरब, UAE, बहरीन और ओमान समेत कई देशों ने आलोचना की है.
नुपुर शर्मा के अलावा, बीजेपी ने एक और नेता, नवीन जिंदल को भी पैगंबर मोहम्मद पर किए गए सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर निलंबित कर गिया है.
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