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नागरिकता साबित करने पर मजबूर कर रही सत्ताधारी पार्टी: नसीरुद्दीन

नसीरुद्दीन शाह ने पूछा है कि पासपोर्ट और वोटर जैसे दस्तावेज नागरिकता का प्रमाण क्यों नहीं?

आकांक्षा सिंह
सितारे
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नसीरुद्दीन शाह ने पूछा है कि पासपोर्ट और वोटर जैसे दस्तावेज नागरिकता का प्रमाण क्यों नहीं?
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नसीरुद्दीन शाह ने पूछा है कि पासपोर्ट और वोटर जैसे दस्तावेज नागरिकता का प्रमाण क्यों नहीं?
(फोटो: क्विंट हिंदी)

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नागरिकता कानून को लेकर बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर नसीरुद्दीन शाह गुस्से में हैं. शाह ने कहा कि उन्हें इस बात पर गुस्सा आ रहा है कि सत्ताधारी पार्टी जबरन लोगों को अपनी नागरिकता साबित करने पर मजबूर कर रही है. उन्होंने पूछा है कि पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, आधार और ड्राइवर्स लाइसेंस जैसे दस्तावेज क्यों नागरिकता का प्रमाण नहीं हैं.

द वायर को दिए इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह ने नागरिकता कानून से लेकर देशभर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों पर अपनी प्रतिक्रिया दी. नागरिकता साबित करने पर नसीरुद्दीन शाह ने कहा,

‘मेरे पास बर्थ सर्टिफिकेट नहीं है. मैं अब नहीं बना सकता. क्या इसका मतलब ये है कि हम सभी को बाहर कर दिया जाएगा? मुझे ऐसे किसी भी आश्वासन की जरूरत नहीं है कि मुस्लिमों को डरने की जरूरत नहीं है. मैं परेशान नहीं हूं. अगर यहां (भारत में) 70 साल तक रहने के बाद भी ये साबित नहीं हो रहा है कि मैं भारतीय हूं, तो पता नहीं क्या होगा. मुझे डर नहीं है, मैं गुस्सा हूं.’

“प्रधानमंत्री के पास छात्रों के लिए सहानुभूति नहीं”

‘छात्रों को अहम न समझना. इसी से मुझे सबसे ज्यादा दुख हो रहा है. मुझे लगता है, जिन लोगों को नहीं मालूम कि छात्र होना क्या होता है, या ऐसे लोग जिनके पास कभी कोई बुद्धिजीवी नहीं थे, वो छात्रों और बुद्धिजीवियों को एक कीड़े के रूप में देखते हैं. ये कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि प्रधानमंत्री के पास छात्रों के लिए कोई सहानुभूति नहीं है.’
नसीरुद्दीन शाह

नसीरुद्दीन शाह ने आगे कहा, 'उनकी एक वीडियो क्लिप है, जिसमें वो कह रहे हैं कि उन्होंने कभी पढ़ाई नहीं की. ये तब चार्मिंग और कैंडीड स्टेटमेंट लग सकता है, लेकिन पिछले 6 सालों में जो भी कुछ हुआ है, वो देखें तो ये अजीब लगता है. और हां, ये उससे पहले की बात है जब उन्हें पॉलिटिकल साइंस में डॉक्टोरेट मिली थी, जो कि अनुराग (कश्यप) की तरह मैं भी देखने का इच्छुक हूं.'

‘इस आंदोलन का कोई नेता नहीं है, ये अचानक से आया गुस्सा है जो कि बढ़ रहा था. अगर आप युवाओं के इस गुस्से पर ध्यान नहीं देंगे, तो आप अपने लिए मुसीबत खड़ी करेंगे. मैं बस इतना ही कहना चाहता हूं.’
नसीरुद्दीन शाह

जेएनयू में हुई हिंसा पर दीपिका पादुकोण के यूनिवर्सिटी जाने पर नसीरुद्दीन शाह ने कहा, 'आपको दीपिका जैसी लड़की की हिम्मत की दाद देनी चाहिए, जो इस समय टॉप 4 में हैं और फिर भी उन्होंने ऐसा कदम उठाया. अब देखते हैं कि वो इसे कैसे लेंगी. उन्होंने कुछ ऐड्स से हाथ धोना पड़ेगा, जरूर. क्या इससे उन्हें नुकसान होगा? क्या इससे उनकी पॉपुलैरिटी कम होगी? क्या ये उन्हें कम खूबसूरत बना देगा? ये आज या कल सामने आएगा. फिल्म इंडस्ट्री का एक ही भगवान है- पैसा. उनकी चुप्पी युवा पीढ़ी की मुखरता जितनी महत्वपूर्ण नहीं है.'

इससे पहले एक इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह ने बॉलीवुड स्टार्स की चुप्पी को लेकर कहा था कि चुप रहने वाले एक्टर्स के पास खोने को बहुत कुछ होता है, इसलिए वो राजनीतिक मुद्दों पर बोलने से बचते हैं.

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