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पाकिस्तान सरकार में मानवाधिकार मंत्री डॉ शिरीन एम मजारी ने संयुक्त राष्ट्र को लेटर लिख एक्टर प्रियंका चोपड़ा को यूएन गुडविल एंबेसडर पद से हटाने की मांग की है. अपने लेटर में मजारी ने प्रियंका चोपड़ा पर पाकिस्तान में न्यूक्लियर धमकी का समर्थन करने का आरोप लगाया. उन्होंने यूनिसेफ की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर Henrietta Fore से कहा कि प्रियंका की ये बात यूएन गुडविल एंबेसडर फॉर पीस के सिद्धांतों के खिलाफ है.
लेटर में लिखा है,
मजारी ने अपने लेटर में प्रियंका पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो कश्मीर पर यूएनएससी के प्रस्ताव का उल्लंघन कर रही मोदी सरकार का समर्थन कर रही हैं, साथ ही वो युद्ध, न्यूक्लियर वॉर को भी सपोर्ट कर रही हैं. मजारी ने कहा कि इससे उनके यूएन पद को लेकर सवाल खड़ा होता है. 'अगर उन्हें हटाया नहीं गया, तो यूएन गुडविल एंबेसडर फॉर पीस एक मजाक बन जाएगा.'
इससे पहले, प्रियंका चोपड़ा से एक फैन ने भरे इवेंट में पूछा कि क्या वो भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई को बढ़ावा दे रही हैं.
फैन के सवाल पर प्रियंका ने कहा था,‘मेरे पाकिस्तान में कई दोस्त हैं, और मैं भारत से हूं. युद्ध ऐसी चीज है जिसे मैं बिल्कुल बढ़ावा नहीं देती, लेकिन मैं देशभक्त हूं. जो लोग मुझसे प्यार करते हैं, अगर मैंने उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई हो तो मैं माफी चाहती हूं. लेकिन मुझे लगता है कि हम सभी का कोई न कोई मिडिल ग्राउंड होता है.’
ये पूरा विवाद प्रियंका के एक ट्वीट को लेकर पूछा गया था, जिसमें प्रियंका ने भारतीय सेना की तारीफ की थी. प्रियंका का ये ट्वीट बालाकोट में इंडियन एयरफोर्स की एयर स्ट्राइक के बाद आया था.
इसके बाद से सोशल मीडिया पर कई पाकिस्तानी यूजर्स ने प्रियंका की आलोचना की थी. यूजर्स का आरोप था कि यूएन की गुडविल एंबैस्डर होने के नाते उन्हें शांति को बढ़ावा देना चाहिए, न कि स्ट्राइक को.
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