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सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने इंस्टाग्राम पर कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए भाई को याद किया है. श्वेता ने इसी के साथ सुशांत के जन्म का किस्सा भी फैंस के साथ शेयर किया. उन्होंने बताया कि कैसे सुशांत के जन्म के बाद वो सभी के प्यारे थे. श्वेता ने सुशांत के साथ चैट का एक स्क्रीनशॉट भी पोस्ट किया है.
श्वेता ने अपने पोस्ट में लिखा:
जब मुझे लगता है कि मैं थोड़ा बेहतर हो रही हूं, कोई किस्सा याद आ जाता है और फिर दर्द दे जाता है. ऐसा ही एक किस्सा मैं आप सभी के साथ शेयर कर रही हूं, क्योंकि कहते हैं कि दुख जितना बांटो, उतना कम होता है.
मुझे हमेशा से मेरे परिवार वालों ने बताया था कि मॉम और डैड को बेटा चाहिए था. इसलिए भी क्योंकि मम्मा का पहला बच्चा बेटा था और डेढ़ साल की उम्र में उन्होंने उसे खो दिया था. दोनों को दूसरे बेटे की उम्मीद थी. उन्होंने मन्नत भी मांगीऔर 2 साल तक मां भगवती की प्रार्थना की. उन्होंने पूजा, हवन सब किया. लेकिन फिर, दिवाली के दिन मेरा जन्म हुआ. मम्मा मुझे लकी मानती थीं और अक्सर लक्ष्मी जी भी बुलाती थीं. उन्होंने अपनी साधना चालू रखी और एक साल बाद, मेरे छोटे भाई का जन्म हुआ. शुरू से ही, वो चार्मर था. अपनी मुस्कान और आंखों से वो सभी का मन मोह लेता था.
वो मेरा 'पिठ्या' था. मम्मा को लगता था कि मेरी वजह से ही वो आया है और मैं इस सम्मान को पूरे दिल से स्वीकार करती थी. मैं अपने भाई को लेकर काफी प्रोटेक्टिव थी, क्योंकि मुझे लगता था कि उसे मैं लेकर आई हूं.
जब हम स्कूल जाने लगे, तो अलग-अलग क्लास में जाना पड़ा. भाई नर्सरी में और मैं प्रेप क्लास. दोनों की बिल्डिंग एक ही थी तो हमने स्कूल का पहला साल मैनेज कर लिया. लेकिन फिर मेरा यूकेजी शुरू हो गया, जो कि दूसरी बिल्डिंग में था तो हम अलग हो गए. एक दिन लंच ब्रेक के बाद, मैंने भाई को अपनी क्लास में देखा. हम तब 4/5 साल के होंगे. मैं काफी शॉक्ड थी, और उसे देखकर खुश भी, क्योंकि बिल्डिंग करीब आधा किलोमीटर दूर थी. उसने मुझसे कहा कि वो अकेला महसूस कर रहा है और मेरे साथ रहना चाहता था. मैं सोचने लग गई कि इसमें कितनी हिम्मत है कि वॉचमैन से बचकर, आधे किलोमीटर चल कर यहां इस बिल्डिंग में आ गया और मेरी क्लास और मुझे ढूंढ लिया. मैं उसकी फीलिंग समझ रही थी, क्योंकि जब मुझे पहली बार स्कूल छोड़ा गया था तो मैं भी रो रही थी और बार-बार डैड से कह रही थी कि मुझे यहां अकेला मत छोड़ो. वो फीलिंग.... अपने परिवार से अलग होना और किसी ऐसी जगह होना ,जहां आप किसी को नहीं जानते हों. और बड़ी बहन होने के नाते, मैंने उससे कहा कि वो मेरे साथ रह सकता है. पहले, मैंने उसे अपने और दोस्त के बीच छिपाने की सोशिश की, लेकिन किसी तरह मेरे क्लास टीचर ने नोटिस कर लिया.
मैं खुद डरी हुई थी, लेकिन भाई को बचाने के लिए उठी और कहा कि उसे ठीक नहीं लग रहा है तो क्या वो मेरे साथ रह सकता है. दो पीरियड्स के बाद उसे उसकी बिल्डिंग वापस भेज दिया गया, लेकिन तब तक हम इतने मजे कर चुके थे कि उसका डर खत्म हो गया था.
अब 2007 की बात, मुझे याद है जब मेरी शादी हुई और मैं जा रही थी, तो भाई मुझे गले लगाकर खूब रोया था. फिजिकली हम साथ नहीं होंगे, हम एक-दूसरे को ज्यादा नहीं देख पाएंगे, क्योंकि मैं अमेरिका जा रही थी.
हम दोनों अपनी जिंदगी के साथ बिजी हो गए. भाई बॉलीवुड में चला गया और हम सभी को प्राउड फील कराता रहा. लेकिन मैं फिर भी उसे लेकर प्रोटेक्टिव थी. मैं उसे अक्सर मेरे पास अमेरिका आने के लिए कहती ताकि हम एक बार फिर उस शोर-शराबे से दूर अपना बचपन जी लें.
मैं बस सोचती हूं कि मैं उसे सब से बचा पाती... मैं अब भी उम्मीद करती हूं कि काश उठूं और भाई को देख लूं... मेरे बगल में और सोचूं कि ये पूरा किस्सा बस एक बुरा सपना था और कुछ नहीं.
श्वेता ने इंस्टाग्राम पर सुशांत से 10 जून की एक चैट का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है, जिसमें सुशांत ने लिखा है कि उनका अमेरिका बहन के पास जाने का काफी मन करता है. श्वेता ने जवाब में लिखा है, "तो आ जाओ ना बेबी... एक महीने के लिए. यहां चिल करो. अच्छा लगेगा तुम्हें."
सुशांत की 14 जून को खुदकुशी से मौत हो गई. मुंबई पुलिस ने इस मामले में एक केस दर्ज कर बॉलीवुड के कई लोगों से पूछताछ भी की है.
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