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नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन पर बनी डॉक्यूमेंटरी को रिलीज करने की अनुमति दे दी गई है. फिल्म के निर्देशक ने फिल्म से गाय, गुजरात, हिंदुत्व और हिंदू शब्द को हटाने से इनकार कर दिया था. इसके बाद फिल्म को सेंसर बोर्ड ने रोक दिया था.
राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले फिल्म निर्देशक सुमन घोष ने कहा कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन पर बनी उनकी डॉक्यूमेंटरी को रिलीज करने की अनुमति दे दी है.
बोर्ड ने फिल्म में उन चारों शब्दों को भी शामिल करने की इजाजत दे दी है, जिन पर पिछले साल जुलाई में बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ने आपत्ति जताई थी. एक घंटे की अवधि वाली इस डॉक्यूमेंटरी फिल्म को लेकर पिछले साल विवाद हो गया था, जब इसके निर्देशक ने सीबीएफसी कोलकाता के चार शब्दों - गाय, गुजरात, हिंदुत्व और हिंदु को हटाए जाए के आदेश को मानने से इंकार कर दिया था.
घोष ने बताया, सीबीएफसी के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने बोर्ड के अन्य सदस्यों के साथ गुरुवार को मुंबई में ‘द आर्ग्यूमेंटेटिव इंडियन’ देखी और इन शब्दों को मंजूरी दी.
घोष ने यहां कहा, कल फिल्म देखने के बाद, जोशी ने मेरे साथ एक चर्चा की और कहा, फिल्म को बिना किसी कट के साथ रिलीज किया जा सकता है.
घोष ने यहां कहा, फिल्म देखने के बाद, जोशी ने मेरे साथ चर्चा की और कहा, फिल्म को बिना किसी कट के साथ रिलीज किया जा सकता है. घोष ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बोर्ड से उन्हें बहुत जल्द इस मामले में लिखित मंजूरी मिल जाएगी.
इनपुट : पीटीआई
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