अपने पिता के कारण ही टीवी पर खुलकर आ सके हैं सलमान खान

सलमान खान ने ‘दस का दम’ से जुड़े अपने ढेर सारे अनुभवों को साझा किया

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अपने पिता के कारण ही टीवी पर खुलकर आ सके हैं सलमान खान
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अपने पिता के कारण ही टीवी पर खुलकर आ सके हैं सलमान खान
(फोटो: योगेन शाह)

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बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान ने जब 2008 में 'दस का दम' शो के साथ टेलीविजन में अपने काम की शुरुआत की थी तो वह दर्शकों के सामने अपने असल शख्सियत को लेकर काफी डरे हुए थे लेकिन अब वो इसी गेम शो के एक नए सीजन के साथ आम आदमी के साथ आमना-सामना करने के लिए तैयार हैं. सलमान ने कहा कि अब उन्हें अहसास हो चुका है कि लोगों के सामने वह कौन हैं. 'दस का दम' सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन चैनल पर 9 साल बाद 4 जून से आने जा रहा है.

सलमान ने सोमवार रात शो के लॉन्च के मौके पर कहा, "ये शो 2008 में पहली बार आया था और इसके साथ मैंने टीवी पर अपना डेब्यू किया. उस समय मेरे बारे में थोड़ी नकारात्मकता थी और मैं वास्तव में यहां आने और दस का दम में अपने असल व्यक्तित्व के सामने आने को लेकर डरा हुआ था लेकिन फिर भी मैंने टीवी पर आने का फैसला किया."
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि टीवी सबसे सशक्त माध्यम है। मैंने अपने पिता से पूछा था कि क्या मुझे शो करना चाहिए क्योंकि वहां आम आदमी होंगे। मैं अपने खुद के व्यक्तित्व को लेकर डर हुआ था."

सलीम खान की सलाह के जरिए सलमान टीवी पर आए

सलमान ने अपने पिता व लेखक सलीम खान से सलाह मांगी जिन्होंने उनसे कहा कि 'यही तुम्हारा असली रूप है. जाओ और दुनिया को दिखाओ की तुम क्या हो. अगर तुम्हें लोगों ने स्वीकारा तो ठीक है और अगर नहीं, तो अपने आप को बदलना.' उन्होंने कहा कि फिल्मों से अलग जब एक अभिनेता टीवी पर एक रियलिटी शो करता है तो उसका असल व्यक्तित्व बाहर निकलता है. सलमान कहते हैं, "मैं जैसा हूं लोगों ने मुझे उसी तरह से स्वीकार किया। उन्हें पता चल गया कि मैं कौन हूं."

‘दस का दम’ से हैं सलमान का जुड़ाव

सलमान शो के बाद जीवन के अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहते हैं इसके बाद वो 'मैंने प्यार किया' के प्रेम, समीर और 'करन अर्जुन' के करन को भूल गए और वह सलमान को और उनके 'दस का दम' को याद रखते हैं. सलमान ने कहा, "इसके बाद मुझे टेलीविजन की शक्ति का अहसास हुआ." सलमान को हालांकि ये अजीब लगता है कि आज बॉलीवुड के कई नए सितारे इस माध्यम को कम आंकते हैं.
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि वे सोचते हैं कि हम फिल्म करने यहां आए हैं और अगर वे टीवी में प्रवेश करते हैं, तो वे वहां फंस जाएंगे या अपना सम्मान खो देंगे. इसलिए वे टीवी पर काम कर लाखों रुपये कमाने से महरूम रह जाते हैं जो वे फिल्म इंडस्ट्री में कभी नहीं बना पाएंगे."

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(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)

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Published: 29 May 2018,05:14 PM IST

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