Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Entertainment Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019दीपिका के पापा का लेटर, गुजरात बोर्ड के बच्चों के लिए बना लेसन

दीपिका के पापा का लेटर, गुजरात बोर्ड के बच्चों के लिए बना लेसन

प्रकाश पादुकोण ने अपनी दोनों बेटियों दीपिका और अनीषा को लिखा था ये खत

द क्विंट
एंटरटेनमेंट
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प्रकाश पादुकोण और दीपिका पादुकोण
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प्रकाश पादुकोण और दीपिका पादुकोण
(फोटो: twitter)

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बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण को लिखा उनके पिता का खत अब गुजरात बोर्ड की किताबों में छपा है. ये खत पिता प्रकाश पादुकोण ने दीपिका के करियर की शुरुआत में लिखा था. अब ये कॉमर्स की किताब में यूनिट चार में फैमिली बॉन्डिंग और ह्यूमन वैल्यूज के तहत पढ़ाया जा रहा है.

बेटी दीपिका और अनीषा को लिखे खत में प्रकाश पादुकोण ने बैडमिंटन से जुड़ी यादों को साझा करते हुए अपनी बेटियों का उत्साह बढ़ाया था. ये वही खत है जिसे पढ़कर दीपिका एक अवॉर्ड्स शो के दौरान स्टेज पर भावुक हो गईं थी और रो पड़ी थीं.

स्कूल की किताब में छपे इस खत को दीपिका के फैन ने ट्वीट किया है, जिसे खुद दीपिका ने भी रिट्वीट किया.

यहां पढ़िए इस खत के कुछ अंश

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डियर दीपिका और अनीषा,

मैं तुमसे वो सबक साझा करना चाहता हूं, जो जिंदगी ने मुझे सिखाए हैं. सालों पहले बेंगलुरू में एक छोटे बच्चे ने बैडमिंटन खेलना शुरू किया था, तब ना तो कोई स्टेडियम थे और ना ही कोई बैडमिंटन कोर्ट जहां ट्रेनिंग ली जा सके.

मेरा बैडमिंटन कोर्ट तो घर के करीब केनरा यूनियन बैंक का एक शादी हॉल था. मैंने वहीं पर खेलना सीखा. हर रोज हम इंतजार करते कि हॉल में कोई फंक्शन तो नहीं है, अगर नहीं होता तो हम स्कूल से भागकर वहां पहुंच जाते. इसके बावजूद मेरे बचपन और कच्ची उम्र की सबसे खास चीज थी कि मैंने जिंदगी में कभी किसी कमी की शिकायत नहीं की.

दीपिका जब तुमने 18 साल की उम्र में कहा था कि तुम्हें मुंबई जाना है, क्योंकि तुम मॉडलिंग करना चाहती हो तो हमें लगा था कि तुम एक बड़े शहर और एक बड़ी इंडस्ट्री के लिए बहुत छोटी हो और तुम्हें कोई अनुभव नहीं है. हमें लगा कि अगर हमने तुम्हें वो सपना पूरा करने नहीं दिया, जिसके साथ तुम बड़ी हुई हो, तो ये बहुत गलत होगा. तुम कामयाब होती या नहीं, अफसोस नहीं होता क्योंकि तुमने कोशिश की थी. याद रखो कि मैंने तुम्हें हमेशा यही बताया है कि दुनिया में अपना रास्ता कैसे बनाना है.

मेरा मानना है कि बच्चों को अपने सपनों के लिए खुद मेहनत करनी चाहिए ना कि इस बात का इंतजार कि कोई कामयाबी उन्हें लाकर देगा. आज भी जब तुम घर आती हो तो तुम अपना बिस्तर खुद लगाती हो, खाने के बाद मेज खुद साफ करती हो और जमीन पर सोती हो जब घर में मेहमान होते हैं.

तुम कभी सोचती होगी कि हम तुम्हें एक स्टार समझने को क्यों तैयार नहीं हैं, तो ऐसा इसलिए है क्योंकि तुम हमारे लिए बेटी पहले हो और एक फिल्म स्टार बाद में. दीपिका इस इंडस्ट्री में बहुत नेगेटिविटी है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि तुम एक गेम चेंजर साबित होगी. इस करियर में तु्म्हारा परिवार तुम्हारे साथ है, तुम्हारे दोस्त तुम्हारे साथ हैं, जो कुछ भी हो, हम हमेशा तुम्हारे लिए खड़े हैं.

तुम्हारा पिता.

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