Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Entertainment Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019 मधुर भंडारकर ने कहा, किसी नेता को नहीं दिखाऊंगा ‘इंदु सरकार’

मधुर भंडारकर ने कहा, किसी नेता को नहीं दिखाऊंगा ‘इंदु सरकार’

इंदु सरकार 28 जुलाई को रिलीज होने वाली है और भंडारकर रिलीज की यही तारीख रखना चाहते हैं. 

द क्विंट
एंटरटेनमेंट
Updated:
मधुर भंडारकर
i
मधुर भंडारकर
(फोटो: ट्विवटर)

advertisement

मधुर भंडारकर अपनी आगामी फिल्म 'इंदु सरकार' को लेकर आजकल काफी परेशान हैं. ये फिल्म 1975 में देश में लगाए गए आपातकाल पर आधारित है. सेंसर बोर्ड ने 'इंदु सरकार' में कई कट लगाने के सुझाव दिए हैं, वहीं मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने फिल्म को रिलीज करने से पहले इसे उनकी पार्टी को दिखाए जाने की मांग की है.

मधुर ने यह साफ कर दिया है कि वह अपनी फिल्म किसी को भी, खासकर नेताओं को तो बिल्कुल नहीं दिखाएंगे.

भंडारकर ने कहा- ‘मैं इस पूरे मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहता, फिल्म की कहानी राजनीति के बारे में नहीं है, यह आपातकाल के समय की है. हम इसे राजनीति से नहीं जोड़ना चाहते, हम इसकी रिलीज चाहते हैं, ताकि हर इंसान इस फिल्म के साथ जुड़ सके.

इंदु सरकार' 28 जुलाई को रिलीज होने वाली है और भंडारकर रिलीज की यही तारीख रखना चाहते हैं. केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने फिल्म में 12 कट लगाने और दो जगह डिस्क्लैमर के निर्देश दिए हैं.

फिल्म का तीन मिनट का ट्रेलर 16 जून को जारी हुआ, तब से यह फिल्म विवादों में हैं. एक कांग्रेस नेता ने तो भंडारकर का चेहरा काला करने वाले को इनाम देने तक की घोषणा कर डाली, वहीं संजय निरुपम ने सेंसर बोर्ड के प्रमाणित किए जाने से पहले विशेष स्क्रीनिंग में इसे कांग्रेसी नेताओं को दिखाने की मांग कर डाली.

भंडारकर ने इस पर कहा- ‘मैं फिल्म नहीं दिखाऊंगा, अगर कोई फिल्म बाद में देखना चाहता है तो हम सोचेंगे. पहले अधिकारियों को फिल्म को पास करने दीजिए, तब तक मैं किसी को फिल्म नहीं दिखाऊंगा. सेंसर को फैसला लेने दीजिए’

ज्योतिरादित्य ने भी जताई थी नाराजगी

ट्रेलर को देखकर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस फिल्म को 'पूरी तरह से प्रायोजित' बताया है, वहीं खुद को संजय गांधी की बेटी बताने वाली एक महिला ने संजय की छवि को भ्रामक रूप से पेश करने का आरोप लगाते हुए भंडारकर को कानूनी नोटिस भेजा है.

झल्लाए भंडारकर ने सवालिया लहजे में कहा-लोग कह रहे थे कि फिल्म प्रायोजित है, अब वे चुप क्यों हैं? मुझसे कट लगाने के लिए कहे जाने पर अब वे बात क्यों नहीं कर रहे हैं?

पार्टी की छवि को लेकर चिंतित कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर ने भंडारकर को पत्र लिखकर इसके पीछे किए गए शोध को देखने की मांग की है. उनकी चिंता फिल्म में एक ऐसे नकारात्मक चरित्र को लेकर है जो उनसे मिलता-जुलता है.

जगदीश टाइटलर फिल्म में साफ-सुथरी छवि चाहते हैं, लेकिन उन्होंने फिल्म नहीं देखी है, तो वह ऐसा कैसे कह सकते हैं? वे लोग उत्तेजित हैं जिसका कोई तुक नहीं है, क्या मैंने फिल्म में उनका नाम लिया है? नहीं, फिर क्यों? पहले वह फिल्म देखें फिर फैसला करें.
मधुर भंडारकर 

भंडारकर ने इस बात पर हैरानी जताई कि ट्रेलर में सेंसर बोर्ड ने कुछ विशेष लाइनों को क्यों पास कर दिया, जबकि फिल्म में उन शब्दों पर आपत्ति जताई है. उन्होंने बताया कि सेंसर बोर्ड के अधिकारियों को फिल्म पसंद आई, लेकिन उन्होंने 'आरएसएस' और यहां तक कि 'किशोर कुमार' जैसे शब्दों को हटाने का सुझाव दिया है.

आप किस तरह का मापदंड इस्तेमाल कर रहे हैं? ट्रेलर पास हो चुका है. अब इस देश में गांधी के मायने बदल चुके हैं, जैसी लाइन ट्रेलर में पास हुई है, तो फिर आप फिल्म में इन शब्दों को रखने की अनुमति क्यों नहीं दे रहे हैं?  
मधुर भंडारकर 

मधुर भंडारकर का कहना है कि मैं एक जिम्मेदार नागरिक हूं और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता हूं, मैं फिल्में प्रचार पाने के लिए नहीं बनाता.

(इनपुट आईएनएस से)

(हमें अपने मन की बातें बताना तो खूब पसंद है. लेकिन हम अपनी मातृभाषा में ऐसा कितनी बार करते हैं? क्विंट स्वतंत्रता दिवस पर आपको दे रहा है मौका, खुल के बोल... 'BOL' के जरिए आप अपनी भाषा में गा सकते हैं, लिख सकते हैं, कविता सुना सकते हैं. आपको जो भी पसंद हो, हमें bol@thequint.com भेजें या 9910181818 पर WhatsApp करें.)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 15 Jul 2017,08:07 AM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT