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एक्टर कंगना रनौत ने 13 सितंबर को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से राज भवन में मुलाकात की. कंगना के साथ उनकी बहन रंगोली चंदेल भी मौजूद रहीं. ये मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब कंगना और शिवसेना के नेताओं के बीच विवाद चल रहा है.
कंगना और राज्यपाल कोश्यारी की मुलाकात करीब 45 मिनट चली. इसके बाद कंगना ने मीडिया से कहा, "गवर्नर साहब ने मुझे अपनी बेटी जैसे सुना और मुझे विश्वास है कि मुझे न्याय मिलेगा जिससे कि सभी नागरिकों और खासकर लड़कियों का व्यवस्था में भरोसा दोबारा बनेगा."
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, कंगना ने बताया कि उन्होंने राज्यपाल को अपने साथ हुए 'अन्यायपूर्ण बर्ताव' के बारे में जानकारी दी और कहा कि उन्हें न्याय की उम्मीद है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट कहती है कि कंगना रनौत 13 सितंबर को हिमाचल प्रदेश में अपने घर के लिए निकल जाएंगी.
इससे पहले जब कंगना राज भवन से बाहर आ रही थीं तो ऑल इंडिया पैंथर सेना ने उनके घर पर प्रदर्शन किया. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पैंथर सेना एक दलित संगठन है, जिसने कंगना के हाल के ट्वीट और बयानों पर आपत्ति जताई है.
इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, "हमने कंगना रनौत के मामले पर बोलना बंद कर दिया है. लेकिन हम हर बात और एक्शन पर ध्यान दे रहे हैं. हम समझ जाएंगे कि कौनसी राजनीतिक पार्टी हमारे महान राज्य के बारे में क्या सोचती है."
8 सितंबर को BMC ने कंगना रनौत को 'काम रोको' नोटिस दिया था. इसमें कहा गया था कि कंगना ने अपने ऑफिस मणिकर्णिका फिल्म्स के निर्माण के दौरान नियमों का उल्लंघन किया था. BMC ने कंगना से 24 घंटे में जवाब देने को कहा था.
9 सितंबर को BMC ने ऑफिस तोड़ने का काम शुरू कर दिया था. बाद में बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस पर स्टे लगा दिया था.
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