Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Entertainment Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019शिवसेना के साथ विवाद के बीच कंगना महाराष्ट्र के गवर्नर से मिलीं

शिवसेना के साथ विवाद के बीच कंगना महाराष्ट्र के गवर्नर से मिलीं

कंगना और राज्यपाल कोश्यारी की मुलाकात करीब 45 मिनट चली

क्विंट हिंदी
एंटरटेनमेंट
Published:
कंगना और राज्यपाल कोश्यारी की मुलाकात करीब 45 मिनट चली
i
कंगना और राज्यपाल कोश्यारी की मुलाकात करीब 45 मिनट चली
(फोटो: इंस्टाग्राम/ट्विटर)

advertisement

एक्टर कंगना रनौत ने 13 सितंबर को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से राज भवन में मुलाकात की. कंगना के साथ उनकी बहन रंगोली चंदेल भी मौजूद रहीं. ये मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब कंगना और शिवसेना के नेताओं के बीच विवाद चल रहा है.

कंगना और राज्यपाल कोश्यारी की मुलाकात करीब 45 मिनट चली. इसके बाद कंगना ने मीडिया से कहा, "गवर्नर साहब ने मुझे अपनी बेटी जैसे सुना और मुझे विश्वास है कि मुझे न्याय मिलेगा जिससे कि सभी नागरिकों और खासकर लड़कियों का व्यवस्था में भरोसा दोबारा बनेगा."

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, कंगना ने बताया कि उन्होंने राज्यपाल को अपने साथ हुए 'अन्यायपूर्ण बर्ताव' के बारे में जानकारी दी और कहा कि उन्हें न्याय की उम्मीद है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट कहती है कि कंगना रनौत 13 सितंबर को हिमाचल प्रदेश में अपने घर के लिए निकल जाएंगी.

इससे पहले जब कंगना राज भवन से बाहर आ रही थीं तो ऑल इंडिया पैंथर सेना ने उनके घर पर प्रदर्शन किया. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पैंथर सेना एक दलित संगठन है, जिसने कंगना के हाल के ट्वीट और बयानों पर आपत्ति जताई है.

हमने कंगना के मुद्दे पर बोलना बंद कर दिया: राउत

इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, "हमने कंगना रनौत के मामले पर बोलना बंद कर दिया है. लेकिन हम हर बात और एक्शन पर ध्यान दे रहे हैं. हम समझ जाएंगे कि कौनसी राजनीतिक पार्टी हमारे महान राज्य के बारे में क्या सोचती है."

8 सितंबर को BMC ने कंगना रनौत को 'काम रोको' नोटिस दिया था. इसमें कहा गया था कि कंगना ने अपने ऑफिस मणिकर्णिका फिल्म्स के निर्माण के दौरान नियमों का उल्लंघन किया था. BMC ने कंगना से 24 घंटे में जवाब देने को कहा था.

9 सितंबर को BMC ने ऑफिस तोड़ने का काम शुरू कर दिया था. बाद में बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस पर स्टे लगा दिया था.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT