Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Entertainment Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019नीरजा, एयरलिफ्ट: सच्ची कहानी में देशभक्ति का तड़का, और फिल्म हिट

नीरजा, एयरलिफ्ट: सच्ची कहानी में देशभक्ति का तड़का, और फिल्म हिट

‘नीरजा’ और ‘एयरलिफ्ट’ जैसी फिल्मों ने बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं को एक नया फॉर्मुला दिया है.

सुरेश मैथ्यू
एंटरटेनमेंट
Updated:
‘नीरजा’ और ‘एयरलिफ्ट’ जैसी सच्ची कहानियों पर बनी फिल्मों ने सच्चा फायदा भी दिलाया है.
i
‘नीरजा’ और ‘एयरलिफ्ट’ जैसी सच्ची कहानियों पर बनी फिल्मों ने सच्चा फायदा भी दिलाया है.
null

advertisement

एयरलिफ्ट और नीरजा के बाद बॉलीवुड के जो फिल्म निर्माता हिट फिल्म का ‘सीक्रेट फॉर्मुला’ तलाश रहे थे, उन्हें खुश होने का मौका मिल गया है. असल घटनाओं पर आधारित या उनसे प्रभावित फिल्में, जिनमें देशभक्ति मौजूद हो और एक अदद ‘रियल हीरो’ हो, ऐसी फिल्में आजकल दर्शकों का दिल जीतती नजर आ रही हैं.

तो चाहे वो कुवैत से 1,70,000 भारतीयों को निकालने सच्ची घटना में बुनी गई एक काल्पनिक रंजीत कात्यल की कहानी हो, या फिर एक वास्तविक इंसान नीरजा भनोट की बहादुरी और सूझबूझ की कहानी हो जिसने एक अपहृत विमान में यात्रियों की जान बचाई थी, दर्शकों को ऐसे किरदार और कहानियां पसंद आ रहीं हैं, जो उन्हें प्रेरित करती हैं, जो उन्हें देशभक्ति से सीना चौड़ा करने का मौका देती है.

फिल्म एयरलिफ्ट में अक्षय कुमार और निमृत कौर

पिछली बार ‘तलवार’ ने हमें दिखाया कि मुख्यधारा के इतर ट्रीटमेंट के बावजूद एक सच्ची घटना पर बनाई गई कहानी के लिए एक बड़ा दर्शक वर्ग पहले से ही तैयार है.

लेकिन इसके बावजूद, एक सच्ची घटना पर आधारित कहानी लिखना आसान नहीं है. आप नहीं जानते, कि कब आप डीफेमेशन या कॉपी राइट वायोलेशन के केस में फंस जाएंगे. स्क्रीनप्ले और डायलॉग लेखक रितेश शाह ने मुझे बताया कि वे जब भी सच्ची घटना पर आधारित फिल्म बनाने का आइडिया आगे बढ़ाते हैं, कानूनी सलाह हमेशा उस से दूर रहने की होती है.

हमने देखा कि ‘एयरलिफ्ट’ को भी कई लोगों की आलोचना का सामना सिर्फ इसीलिए करना पड़ा क्योंकि कुछ लोगों को लगा कि कुवैत से भारतीयों का निकाला जाना वास्तविक तरीके से नहीं दिखाया गया. इसी तरह ‘नीरजा’ के बारे में भी पैन एम विमान के यात्रियों का कहना है कि इस फिल्म में कल्पना, सच से कहीं ज्यादा है.
नीरजा भनोट की भूमिका में सोनम कपूर

इसीलिए किसी गैर-राजनीतिक हीरो की तारीफ में बनाई गई फिल्म हमेशा सुरक्षित रहती है, खासकर वो अगर स्पोर्ट्स से जुड़ी हो. ‘भाग मिल्खा भाग’ और ‘मैरी कॉम’ उदाहरण हैं. दोनों ही फिल्मों में मैरी कॉम और मिल्खा, निर्माताओं के पाले में थे, तो केस कौन करेगा?

जबकि ‘डर्टी पिक्चर’ को सिल्क स्मिता के परिवार और ‘वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई’ को हाजी मस्तान के बच्चों की ओर से कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा था.

बन रही हैं ढेरों बायोपिक

मैरी कॉम की सफलता के बाद निर्देशक उमंग कुमार ने अपनी अलगी फिल्म भी असल जिंदगी की घटना पर बनाने का फैसला किया. वे जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की जेल में कैद रहने वाले, और वहीं मर जाने वाले सरबजीत पर फिल्म बना रहे हैं.

क्या ‘सरबजीत’ ‘नीरजा’ की सफलता को दोहराएगी? यह तो हमें पता चल ही जाएगा, पर इस समय बॉलीवुड में, एमएस धोनी(सुशांत सिंह राजपूत), अज़हरुद्दीन (इमरान हाशमी), संजय दत्त (रणबीर कपूर) और महावीर फोगट (आमिर खान) के जीवन पर भी बायोपिक बन रही हैं.

तो फिर आप तैयार हो जाइए, ढेर सारे मैलोड्रामा, बहादुरी, और ढेरों मुश्किलों से जूझकर आगे बढ़ने वाले हीरो के जज्बे पर फिल्में देखने के लिए. सच्ची घटना पर आधारित इन फिल्मों के अलावा, आने वाले महीनों में ऐसी और भी फिल्में देखने को मिलेंगी.

पर हम उम्मीद करते हैं कि ये सभी फिल्म निर्माता ये भी याद रखें, कि ‘नीरजा’ और ‘एयरलिफ्ट’ सिर्फ ‘प्रेरणादायक कहानियों के फॉर्मुले’ पर आधारित नहीं हैं. वे अच्छी कहानियां थीं, जो दर्शकों को जोड़े रखने का माद्दा रखती थीं, और इन्हें उतनी ही अच्छी तरह फिल्माया भी गया था. किसी भी सफल फिल्म का असली ‘सीक्रेट फॉर्मुला’ तो यही है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 23 Feb 2016,08:24 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT