advertisement
जहां एक तरफ लोग पहलाज निहलानी के जाने से खुश नजर आ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ पम्मी को उनको बहुत मिस कर रही हैं. पम्मी निहलानी को इतना याद कर रही हैं कि उनका तो रोना निकल पड़ा. अब वो कैंची कहां चलेगी, जो पहले फर्राटे से फिल्मों पर चलती थी. किंग ऑफ सेंसर बोर्ड के जाने से पम्मी को ऐसा लग रहा है कि एक ऐतिहासिक युग खत्म हो गया है.
[क्या आप अपनी मातृभाषा से प्यार करते हैं? इस स्वतंत्रता दिवस पर द क्विंट को बताएं कि आप अपनी भाषा से क्यों और किस तरह प्यार करते हैं. आप जीत सकते हैं BOL टी-शर्ट. आपको अपनी भाषा में गाने, लिखने या कविता सुनाने का मौका मिल रहा है. अपने BOL को bol@thequint.com पर भेजें या 9910181818 नंबर पर WhatsApp करें.]
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)