Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Entertainment Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019‘सांड की आंख’ का ट्रेलर रिलीज, तापसी-भूमि ने छीना मर्दों का ‘गहना’

‘सांड की आंख’ का ट्रेलर रिलीज, तापसी-भूमि ने छीना मर्दों का ‘गहना’

जोहड़ी गांव में रहने वाली शूटर दादी और रिवाल्वर दादी के नाम से मशहूर चंद्रो तोमर और प्रकाशी तोमर की कहानी है.

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‘सांड की आंख’ का ट्रेलर रिलीज, तापसी-भूमि ने छीना मर्दों का ‘गहना’
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‘सांड की आंख’ का ट्रेलर रिलीज, तापसी-भूमि ने छीना मर्दों का ‘गहना’
(फोटो: ट्विटर\तापसी पन्नू)

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'ये बंदूक मजाक ना है, ये मर्दों का गहना है और मर्दों के हाथ ही अच्छी लगती है..

तापसी पन्‍नू और भूमि पेडनेकर की फ‍िल्‍म सांड की आंख का ट्रेलर इसी डायलॉग से शुरू होता है. मर्दों के हाथ का गहना बंदूक... जिससे खेल-खेल में दो बुजुर्ग दादियां ऐसा निशाना लगाती हैं, कि बड़े-बड़े शिकारी भी गश खा जाते हैं.

ये फिल्म दो बुजुर्ग महिलाओं पर आधारित है, जिन्होंने समाज के बंधनों को तोड़ते हुए वो कर दिखाया जो कोई सोच भी नहीं सकता है. आमतौर पर जिस उम्र में लोग रिटायर होकर पूजा-पाठ और अपने बीते दिनों को याद कर अपनी जिंदगी गुजारते हैं. उस उम्र में बागपत की इन दो बुजुर्ग महिलाओं ने अपनी जिंदगी की सेकेंड इनिंग शुरू की. इनके हुनर ने इन्हें दुनिया भर में मशहूर कर दिया. ट्रेलर में शूटर दादियों के परिवार के विरोध और मेडल जीतने की कहानी दिखाई गई है.

क्या है फिल्म की कहानी?

यह फिल्म यूपी के जोहड़ी गांव में रहने वाली शूटर दादी और रिवाल्वर दादी के नाम से मशहूर चंद्रो तोमर और प्रकाशी तोमर की कहानी है, जिन्होंने निशानेबाजी के मुकाबले में कई मेडल जीते.

आमतौर पर जिस उम्र में लोग रिटायर होकर पूजा-पाठ और अपने बीते दिनों को याद कर अपनी जिंदगी गुजारते हैं. उस उम्र में बागपत की इन दो बुजुर्ग महिलाओं ने अपनी जिंदगी की सेकेंड इनिंग शुरू की. इनके हुनर ने इन्हें दुनिया भर में मशहूर कर दिया.

60 साल की उम्र में शुरू की ट्रेनिंग

चंद्रो के शूटर बनने की कहानी शुरू होती है 1999 में. 60 साल की उम्र में चंद्रो तोमर अपनी पोती को गांव के ही एक शूटिंग रेंज में ट्रेनिंग के लिए ले गईं. चंद्रो की पोती को बंदूक उठाने से डर लगता था, तब दादी ने उसका साथ देने का फैसला किया. पोती को सिखाने के लिए चंद्रो ने बंदूक उठाई और गोली चलाई, जो बिल्कुल निशाने पर लगा. चंद्रो तोमर का साथ दिया उनकी देवरानी प्रकाशो ने, दोनों घर में रात को सबके सो जाने के बाद प्रैक्टिस करती थी. चंद्रो नॉर्थ जोन में एक प्रतियोगिता में हिस्सा लेने गईं और पहली ही बार में उन्होंने सिल्वर मेडल जीत लिया.

ये भी पढ़ें- फिल्म ‘सांड की आंख’ वाली बागपत की शूटर दादियों की रियल कहानी

फिल्म में तापसी और भूमि के साथ-साथ विनीत सिंह, शाद रंधावा भी नजर आएंगे. गांव के बैकड्रॉप पर बनी इस फिल्म के लिरिक्स राज शेखर ने तैयार किए हैं. विशाल मिश्रा फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर होंगे. वहीं अनुराग कश्यप, निधि परमार और रिलायंस एंटरटेनमेंट फिल्म प्रोड्यूस कर रहे है. ये फिल्म इस साल दिवाली के मौके पर 25 अक्टूबर को रिलीज होगी.

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Published: 23 Sep 2019,03:00 PM IST

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