advertisement
...गर फिल्में सच में हमारे समाज का आईना होती हैं तो साल 2016 इस मामले में काफी खास रहा है. इस साल कई ऐसी फिल्में आई जिन्होंने हमें खुद के अंदर झांकने का मौका दिया.
जानिए, इस साल की सबसे दमदार फिल्में...
महिलाओं को उनके अंदाज में जिंदगी जीने देने की वकालत करती इस फिल्म का डॉयलॉग‘नहीं, एक पूरा वाक्य होता है’ काफी पॉपुलर हो चुका है.
ये फिल्म महिलाओं को उन सभी स्टीरियोटाइप से मुक्त करने की वकालत करती है जिनके आधार पर हमारा समाज महिलाओं को चरित्र प्रमाणपत्र देता है.
बॉलीवुड के दो शानदार एक्टर्स स्वरा भास्कर और पंकज त्रिपाठी की खालिस एक्टिंग से सजी ये फिल्म शिक्षा के महत्व पर बात करती है.
खास बात ये है कि फिल्म में मां का रोल निभाने वाली स्वरा भास्कर और उनकी बेटी के किरदार में रिया शुक्ला ने मां-बेटी के रोल में जबरदस्त एक्टिंग की है.
अगर आप एक ऐसी फिल्म देखना चाहते हैं जिसे देखकर आप अंदर तक हिल जाएं तो आप हंसल मेहता की फिल्म अलीगढ़ देख सकते हैं.
फिल्म में मनोज वाजपेयी ने एक गे प्रोफेसर के रोल में शानदार एक्टिंग की है. इसके साथ ही राजकुमार राव ने रिपोर्टर के रोल को पूरी तरह निभाया है.
नागेश कुकूनूर का नाम लें तो आपके दिमाग में सबसे पहले इकबाल और डोर की तस्वीर आती होगी. इन दोनों फिल्मों की तरह ही कुकूनूर ने ‘धनक’ की कहानी को भी शानदार अंदाज में बयां की है.
फिल्म की कहानी में दो बच्चे शाहरुख खान से मिलने के लिए अपना गांव छोड़ देता है. फिल्म इन दोनों की यात्रा पर ही केंद्रित है.
राधिका आप्टे की एक्टिंग से सजी ये फिल्म शुरुआत में कंट्रोवर्सी का शिकार हो गई थी.
अगर आपने अब तक इनमें से किसी भी फिल्म को नहीं देखा हो तो अबकी बार नए साल की छुट्टियों में आपको ये फिल्में देखनी चाहिए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)