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रामायण धारावाहिक में अब तक के एपिसोड में आपने देखा, कुम्भकर्ण जब राम से युद्ध करता है, तो राम के द्वारा कुम्भकर्ण का वध हो जाता है इससे रावण काफी आहत होता है और विलाप करने लगता है, तभी रावण का बेटा मेघनाथ आता है और वह अपने पिता से कहता है कि पिता श्री आप विलाप मत कीजिये, मुझे पुरुषार्थ दिखाने का मौका दीजिये. जिसके बाद इंद्रजीत (मेघनाथ) अपने पिता रावण से युद्ध में जाने की अनुमति मांगता है. रावण से अनुमति मिलने के बाद ही इंद्रजीत राम से युद्ध करने की तैयारियों में जुट जाता है.
एक तरफ से राम की सेना ने लंका को चारों तरफ से घेर रखा है और राम-लक्ष्मण आगे की युद्ध की योजना बनाते हैं और विभीषण, हनुमान और जामवंत सुग्रीव अपनी-अपनी बात रखते हैं. मेघनाथ की पत्नी सुलोचना के पास रावण की पत्नि मंदोदरी जाती है और वह कहती है कि तुम अपने पति को युद्ध क्षेत्र में जाने से रोको, ये अधर्म का युद्ध है.
युद्ध के समय मेघनाद के नागपाश तीर से लक्ष्मण मूर्च्छित होकर गिर पड़े. लक्ष्मण की गहन मूर्च्छा को देखकर सब चिंतित और निराश होने लगे. उधर लंका में मेघनाद की जय जयकार होने लगती है. राणव मेघनाथ से खुश होकर उसकी प्रशंसा करता है. रावण से इंद्रजीत कहता है कि नागपाश का कोई इलाज नहीं हैं.
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