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फीफा वर्ल्ड कप 2018 बस शुरू ही होने वाला है. 14 जून को शाम 8.30 बजे फुटबॉल का महासंग्राम शुरू हो जाएगा. ऐसे में भारत में बैठे फीफा फैंस भी इस फुटबॉल के मेले के लिए बहुत उत्साहित हैं. कुछ ताजा ताजा फुटबॉल फैन भी लगातार फीफा वर्ल्ड कप के लिए अपना ज्ञानवर्धन कर रहे हैं. ऐसे में उन्हीं ताजा फैंस के लिए हमने ये कूंजी तैयार की है. आप पढ़िए और फीफा वर्ल्ड कप के बारे में सारी जरूरी जानकारी हासिल कर लीजिए.
फुटबॉल वर्ल्ड कप 2018 रूस में खेला जाएगा, ये 21वां फीफा वर्ल्ड कप होगा. टूर्नामेंट 14 जून से 15 जुलाई तक खेला जाएगा. इस बार टूर्नामेंट में 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं. 32 टीमों को 8 अलग-अलग ग्रुप्स में बांटा गया है. हर एक ग्रुप में से दो टॉप टीमें प्री-क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचेंगी और दो टूर्नामेंट से बाहर हो जाएंगी. टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में होस्ट देश रूस की टक्कर सऊदी अरब से होगी. रूस में दो देश अपना वर्ल्ड कप डेब्यू करेंगे. आइसलैंड और पनामा पहली बार फुटबॉल वर्ल्ड कप खेलने जा रहे हैं.
पहला विश्व कप साल 1930 में उरुग्वे में खेला गया था. अब तक खेले गए 20 फीफा वर्ल्ड कप में 8 अलग-अलग देश चैंपियन रहे हैं. सबसे ज्यादा 5 बार ये खिताब ब्राजील ने जीता है. अब तक सभी वर्ल्ड कप में खेलने वाली ब्राजील इकलौती टीम है. उसके बाद इटली और जर्मनी ने 4-4 बार वर्ल्ड कप जीता. अर्जेंटीना और उरुग्वे ने दो-दो बार ट्रॉफी अपने नाम की है तो वहीं इंग्लैंड, स्पेन और फ्रांस ने 1-1 बार वर्ल्ड कप जीता है.
साल 2007 में फीफा ने कॉन्टिनेंटल रोटेशन पॉलिसी को खत्म कर दिया. अब फीफा वर्ल्ड कप की मेजबानी के लिए कोई भी टीम बोली लगा सकती है लेकिन इसमें ये जरूरी है कि जिस महाद्वीप से वो आते हैं वहां के कॉन्टिनेंटल फेडरेशन ने पिछले दो वर्ल्ड कप में से कोई टूर्नामेंट होस्ट न किया हो. ऐसे में क्योंकि 2014 वर्ल्ड कप साउथ अमेरिका के देश ब्राजील और 2010 का वर्ल्ड कप अफ्रीका के साउथ अफ्रीका में हुआ था तो 2018 की मेजबानी की दौड़ से ये दोनों महाद्वीप बाहर हो गए थे.
ऐसे में 2018 विश्व कप के लिए रूस, इंग्लैंड, स्पेन/पुर्तगाल(मिलकर) और नीदरलैंड/बेल्जियम(मिलकर) ने अपनी अपनी बोली लगाई. फीफा एक्जक्यूटिव कमेटी के मेंबर्स ने देशों के लिए वोट किया. वोटिंग दो राउंड में हुई जहां रूस को सबसे ज्यादा वोट मिले और उन्हें मेजबानी मिल गई. ये बोली साल 2010 में लगी थी.
फीफा विश्व कप में फिलहाल 32 टीमों का ही फॉर्मेट है. उस लिहाज से दुनिया की 211 टीमों में से 32 को चुनने के लिए एक लंबा क्वालीफिकेशन राउंड चलता है. 6 अलग-अलग महाद्वीपों(अफ्रीकी, एशिया, यूरोप, नॉर्थ और सैंट्रल अमेरिका और कैरेबियन, साउथ अमेरिका, ओशेनिया) में ये राउंड होते हैं. फीफा खुद ही निर्णय करता है कि किस महाद्वीप जोन से कितनी टीमें वर्ल्ड कप में हिस्सा लेंगी. ये अमूमन महाद्वीपों की टीमों की ताकत और फैंस की तादाद देखकर संख्या तय की जाती है.
मेजबान देश को ऑटोमैटिक वर्ल्ड कप में एंट्री मिलती है. ऐसे में बची हुई 31 जगहों के लिए कड़ा मुकाबला होता है. फीफा की ओर से इस बार जो लिस्ट जारी की गई उसके मुताबिक यूरोप के लिए 13 (साथ में रूस भी), अफ्रीका जोन के लिए 5, एशिया जोन के लिए 4, साउथ अमेरिका जोन के लिए 4, नॉर्थ और सैंट्रल अमेरिका और कैरेबियन जोन के लिए 3 जगह हैं. बाकी 2 जगहों के निर्णय के लिए ओशेनिया जोन और बाकी बची टीमों के बीच इंटरकॉन्टिनेंटल प्लेऑफ मैच होते हैं.
फुटबॉल विश्व कप में भारत का कोई इतिहास है ही नहीं क्योंकि अब तक एक बार भी भारतीय फुटबॉल टीम ने वर्ल्ड कप नहीं खेला है. भारत को साल 1950 में फीफा वर्ल्ड कप में खेलने का मौका मिला था, उस वक्त काफी यूरोपियन देशों ने ब्राजील में होने वाले वर्ल्ड कप में जाने से मना कर दिया था, साथ ही सभी एशियन टीमों ने भी उस वर्ल्ड कप को मिस किया.
जिसके बाद ब्राजील ने खुद भारत को खेलने का न्योता भेजा. ब्राजील तो भारतीय टीम के आने-जाने और रहने का खर्चा उठाने को भी तैयार था लेकिन भारतीय फुटबॉल फेडरेशन ने जाने से मना कर दिया क्योंकि उनके फुटबॉल वर्ल्ड कप एक “छोटा” टूर्नामेंट था और वो ओलंपिक को ज्यादा तरहीज देते थे. सिर्फ 2017 में भारत ने अंडर-17 वर्ल्ड कप खेला था, वो भी इसलिए क्योंकि वो होस्ट नेशन थे.
अब तक ऐसा 6 बार हुआ है कि जिस देश ने वर्ल्ड कप होस्ट किया, वो ही चैंपियन बन गया. 1930 और 1934 में खेले गए पहले दो वर्ल्ड कप में ही रिकॉर्ड कायम हुआ. 1930 की होस्ट और चैंपियन उरुग्वे थे तो वहीं 1934 में होस्ट और चैंपियन इटली थे. उसके बाद 1966 में इंग्लैंड में खेले गए वर्ल्ड कप में होस्ट देश ने ही खिताब जीता. 8 साल बाद 1974 में वेस्ट जर्मनी में फुटबॉल का महाकुंभ हुआ और आयोजक देश ने ट्रॉफी जीती. अगले ही साल यानी 1978 में फीफा की मेजबानी और फिर ट्रॉफी अर्जेंटीना पहुंची. आखिरी बार ये कारनामा 1998 में फ्रांस ने किया.
अगर फीफा वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा गोल करने की बात हो तो जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोजे का नाम सबसे ऊपर है. इस शानदार स्ट्राइकर ने फीफा विश्व कप में सबसे ज्यादा 16 गोल किए हैं. क्लोजे ने चार वर्ल्ड कप खेले हैं और पिछली बार की चैंपियन टीम में वो अहम खिलाड़ी थे. अब अगर बात करें सबसे सफल खिलाड़ी की तो वो ब्राजील के महान खिलाड़ी पेले हैं. पेले सबसे ज्यादा बार वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं. उनकी मौजूदगी में ब्राजील ने 1958,1962 और 1970 में विश्व कप जीता.
इस बार भी हमेशा की तरह अर्जेंटीना, जर्मनी और ब्राजील की टीमों को बड़ा दावेदार माना जा रहा है. उनके अलावा बेल्जियम, फ्रांस और स्पेन की टीम भी वर्ल्ड कप जीतने का दम रखती है. बेल्जियम की टीम में कई बड़े खिलाड़ी हैं और वो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. फ्रांस की टीम में गहराई दिखती है और टीम की डिफेंसिव यूनिट कमाल की है. स्पेन में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है. साल 2010 की ये चैंपियन टीम वर्ल्ड स्टेज पर पिछले सालों में फ्लॉप रही है, ऐसे में इस बार वो कुछ कर गुजरने के लिए बेकरार होंगे. वहीं रोनाल्डो की पुर्तगाल और युवा हैरी केन के कंधों पर इंग्लैंड सरप्राइज दे सकते हैं.
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