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सोनाली फोगाट की मौत (Sonali Phogat Death) के एक महीने बाद भी मिस्ट्री नहीं सुलझ पाई है. केस गोवा पुलिस (Goa Police) से लेकर सीबीआई (CBI) को सौंप दिया गया है. इधर हरियाणा में भी इस बीच काफी कुछ हुआ है. सोनाली फोगाट की राजनीतिक विरासत को लेकर खाप पंचायत में फैसला लिया गया तो कुलदीप बिश्नोई पर सोनाली के मायके और ससुराल वाले आमने-सामने नजर आये.
सोनाली फोगाट के मामले में ताजा अपडेट ये है कि केस अब सीबीआई के पास है. गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने बुधवार को कहा कि, केस सीबीआई को हैंडओवर कर दिया गया है अब जल्द ही सच्चाई सामने आएगी. इसके अलावा सोनाली के ससुराल वालों और मायके वालों ने अलग-अलग पंचायतें की हैं. राजनीतिक विरासत और कुलदीप बिश्नोई को लेकर दोनों परिवारों की राय अलग है.
24 सितंबर को हरियाणा के हिसार में सर्व खाप महापंचायत बुलाई गई थी. जिसमें सोनाली के मायके वाले शामिल हुए थे. इस पंचायत में पहले तो सोनाली के जीजा अमन पुनिया और सोनाली के भाई ने माफी मांगी, क्योंकि सोनाली ने किसान आंदोलन के दौरान एक टिप्पणी आंदोलनकारियों पर की थी. जिससे खाप नाराज थी. उसके बाद सोनाली फोगाट की बेटी यशोधरा ने ऐलान किया कि वो बिना किसी दबाव के अपनी मां की राजनीतिक विरासत अपनी मौसी रूकेश पुनिया को सौंप रही हैं.
24 सितंबर की इस महापंचायत में ही सोनाली फोगाट के मायके वाले परिवार ने बीजेपी नेता कुलदीप बिश्नोई पर सोनाली की हत्या में शामिल होने के आरोप लगाए. लेकिन अगले ही दिन कुलगीप बिश्नोई सोनाली फोगाट के ससुराल वालों से मिलने पहुंच गए. जिसके बाद सोनाली फोगाट के ससुराल वालों ने कहा कि, हमें कुलदीप बिश्नोई पर कोई शक नहीं है. कुलदीप बिश्नोई ने भी अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर मुलाकात के बाद कहा था कि, उन पर लगाए जा रहे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं.
सोनाली फोगाट की बेटी यशोधरा ने अपनी राजनीतिक विरासत मौसी रूकेश को सौंपी है. जिससे सोनाली के ससुराल वाले इत्तेफाक नहीं रखते. सोनाली फोगाट के जेठ कुलदीप फोगाट के बेटे मनिंदर फोगाट ने कहा कि महापंचायत के फैसलों पर हमारी कोई सहमति नहीं है. फोगाट परिवार से कोई भी व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ेगा और अगर ढाका या पुनिया परिवार में से किसी को लड़ना है तो अपने बूते पर लड़ें. हम सोनाली की बेटी की अच्छी परवरिश करेंगे, उनका पैसा राजनीति में बर्बाद नहीं करेंगे.
आदमपुर विधानसभा से सोनाली फोगाट बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं और कुलदीप बिश्नोई ने उन्हें हराया था. दोनों में उस वक्त छत्तीस का आंकड़ा था, लेकिन अब कुलदीप बिश्नोई भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. और आदमपुर में उपचुनाव होना है जिसमें कुलदीप अपने बेटे भव्य बिश्नोई को उतारना चाहते हैं. तो पहले तो बीजेपी में टिकट की लड़ाई होगी. अगर वहां से मामला नहीं बना तो सोनाली फोगाट की बहन रूकेश अलग रास्त भी अपना सकती हैं और ऐसे में कुलदीप बिश्नोई के बेटे की राह आसान नहीं होगी. भले ही आदमपुर सीट उनका गढ़ मानी जाती हो.
23 अगस्त को खबर आई कि सोनाली फोगाट की हार्ट अटैक से मौत हो गई है.
सोनाली के परिवार ने पीए सुधीर सांगवान पर शक जताया
25 अगस्त को सोनाली फोगाट का पोस्टमार्टम हुआ जिसमें निकलकर आया कि सोनाली की मौत ड्रग्स की ओवरडोज से हुई और उनके शरीर पर चोट के निशान भी थे.
25 अगस्त को ही पुलिस ने सोनाली के पीए सुधीर और उसके दोस्त सुखविंदर को गिरफ्तार किया.
26 अगस्त को सोनाली अंतिम संस्कार किया गया
गोवा पुलिस ने कर्लीज क्लब के मालिक और ड्रग पैडलर समेत कई गिरफ्तारियां की लेकिन कुछ निकलकर नहीं आया
सोनाली के परिवार ने पहले से ही सीबीआई जांच की माग की थी
12 सितंबर को मंत्रालय द्वारा मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी फिलहाल सोनाली फोगाट मौत केस की इन्वेस्टिगेशन सीबीआई कर रही है
12 सितंबर को सीबीआई को सोनाली फोगाट की मौत का केस सौंपा गया था. जिसके बाद उसने हरियाणा में आकर भी जांच की है. लेकिन अभी तक उसके हाथ भी खाली ही दिख रहे हैं क्योंकि सीबीआई ने सोनाली के केस को लेकर अभी तक कुछ भी बोला नहीं है. जो शोरगुल सोनाली की मौत के बाद मीडिया में था वो अब लगभग शांत हो चुका है, पुलिस अब कहती है कि उसने जांच सीबीआई के हवाले कर दी है और सीबीआई कह रही है कि जांच के बीच में कुछ कह पाना मुश्किल है.
सीबीआई के सामने एक बड़ा सवाल ये भी है कि अगर सोनाली फोगाट का मर्डर हुआ है तो फिर उसके पीछे की वजह क्या है. क्योंकि सुधीर को लेकर जो पुलिस की थ्योरी है वो अपने आपमें कमजोर दिखती है क्योंकि अगर सोनाली के पैसे पर सुधीर ऐश कर रहा था तो वो उसे क्यों मारेगा. हालांकि उसने कबूल किया है कि सोनाली को ड्रग्स उसी ने दी थी. जो कैमरे के सामने भी दिखा लेकिन पुलिस ये कैसे साबित करेगी कि सुधीर ने सोनाली को मारने के लिए ड्रग्स दी थी. इस केस में अभी भी ऐसे कई सवाल हैं जिनके जवाब सीबीआई को ढूंढने होंगे.
इनपुट- नरेश मजोका
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